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10 करोड़ बच्चों को मिलेगा वैक्सीन का फायदा,जानें रजिस्ट्रेशन से लेकर साइड इफेक्ट तक की पूरी डिटेल्स

Updated Dec 28, 2021 | 13:15 IST

Covid-19 Vaccination For Children: देश में 3 जनवरी से 15-18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू होगा। बच्चे कोविन पोर्टल पर वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
3 जनवरी से 15-18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन
मुख्य बातें
  • एक जनवरी से रजिस्ट्रेशन का मिलेगा मौका। आधार, स्कूल आईडी से हो जाएगा रजिस्ट्रेशन
  • फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन की बच्चों पर 95 फीसदी प्रभावशीलता रही है।
  • बच्चों में आमतौर पर कोरोना वैक्सीन से होने वाले साइड इफेक्ट वयस्कों जैसे ही होते हैं।

नई दिल्ली:  3 जनवरी से देश में 15 से 18 साल को बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। केंद्र सरकार के इस फैसले से करीब 10 करोड़ बच्चों का वैक्सीनेशन होगा। इसके लिए एक जनवरी से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया कोविन-पोर्टल पर शुरू होगी। और बच्चे आधार या अपने स्कूल आईडी कार्ड के जरिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। फिलहाल बच्चों को भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन लगाई जाएगी।

होगा ये फायदा

विश्व स्वास्थ्य संगठन और विशेषज्ञों के अनुसार तीसरी लहर का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों पर ही है। ऐसे में 15-18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन होने से, न केवल खतरा कम होगा। बल्कि वैक्सीन लगने  के बाद उनके संक्रमण का खतरा भी कम हो जाएगा। इस उम्र के ज्यादातर बच्चे 10वीं और 12 वीं कक्षाओं में पढ़ते हैं। ऐसे में उनके लिए बोर्ड की परीक्षाएं देना भी आसान होगा। 

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क्या कोई साइड इफेक्ट

जॉन हॉपकिंस मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार , बच्चों में आमतौर पर कोरोना वैक्सीन से होने वाले आम साइड इफेक्ट वयस्कों जैसे ही होते हैं। जैसे  हाथ में दर्द, हल्का बुखार, थकान, सिर दर्द मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द जैसे साइड इफेक्ट दिख सकते हैं।

अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार  बच्चों में साइड इफेक्ट का असर 1-3 तीन दिन तक रहता हैं और ज्यादातर खुद ही ठीक हो जाते हैं। इसके अलावा कुछ बच्चों में दिल की मांसपेशियों में सूजन की समस्या वैक्सीन की लेने के बाद नजर आई, हालांकि इनमें से ज्यादातर बच्चों ने दवाई और आराम मिलने के बाद बेहतर महसूस किया।

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कितनी असरदार वैक्सीन

बच्चों में वैक्सीन की प्रभावशीलता को लेकर रिसर्च जारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, बच्चों में वैक्सीन की एफिकेसी भी लगभग वयस्कों में एफिकेसी जैसी ही रही। जॉन हॉपकिन्स की रिपोर्ट के अनुसार फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन की बच्चों पर 95 फीसदी प्रभावशीलता रही है।

किन देशों में लगाई जा रही है बच्चों को वैक्सीन

इस समय अमेरिका, चीन, क्यूबा, वेनेजुएला, जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, जापान , इटली, इजराइल आदि देशों में वैक्सीन लगाई जा रही है। क्यूबा, वेनेजुएला में तो 2 साल से ज्यादा के बच्चों को भी वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है। अमेरिका में 5 साल से ज्यादा की उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। ब्रिटेन, फ्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया में 12 साल से ज्यादा की उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन हो रहा है।