- शरीर में विटामिन डी की कमी से कई प्रकार की गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है
- विटामिन डी की कमी से शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं
- हड्डियां कमजोर होने से इसके जल्दी फ्रैक्चर और टूटने का खतरा बना रहता है
शरीर में विटामिन डी की कमी से कई प्रकार की गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। विटामिन डी की कमी से शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इसलिए खास तौर पर सलाह दी जाती है कि छोटे बच्चों को विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा दी जानी चाहिए ताकि उनकी हड्डियों का विकास हो और मजबूत बने। हड्डियां कमजोर होने से इसके जल्दी फ्रैक्चर और टूटने का खतरा बना रहता है।
जानकारों के मुताबिक इसकी कमी से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, आर्थराइटिस और यहां तक कि कैंसर जैसी बड़ी व गंभीर बीमारियों के होने का खतरा रहता है। वहीं इसके उलट अगर जरूरत से ज्यादा मात्रा में विटामिन डी की शरीर में सप्लाई होती है तो इससे भी हार्ट अटैक व किडनी की बीमारियों का खतरा रहता है।
विटामिन डी के प्राकृतिक स्रोत सीमित हैं। जबकि इन दिनों विटामिन डी की पूर्ति करने वाले कई डब्बाबंद फूड पैकेट जैसे ऑरेंज जूस, सोया ड्रिंक, बटर मिल्क आदि बाजार में मौजूद हैं। आज यहां हम आपको विटामिन डी प्राप्त होने वाले फूड के बारे में बताएंगे-
फिश (मछली)
अलग-अलग प्रकार की मछलियां जैसे, साल्मन और टूना में बड़ी मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है। छोटे बच्चों से लेकर एडल्ट और बड़े बूढ़ों के लिए भी मछलियां बेहद फायदेमंत होती है। मछलियों के सेवन से शरीर में जरूरी विटामिन डी की सप्लाई हो जाती है जिससे तमाम तरह की खतरनाक बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
मशरुम
मछली के अलावा मशरुम भी विटामिन डी का अच्छा स्रोत है। यह एक रिच विटामिन डी फूड है। मशरुम की जब खेती की जाती है तो तब इस पर सीधे तौर पर सूर्य की किरणें पड़ती हैं। सूर्य की पराबैंगनी किरणें सीधे मशरुम पर पड़ती हैं और सूर्य की किरणें विटामिन का सबसे बड़ा और अच्छा प्राकृतिक स्रोत है। यही कारण है कि मशरुम में भी बड़ी मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है।
मिल्क
दूध भी विटामिन डी का सबसे अच्छा कृत्रिम स्रोत है। हेल्दी और फिट रहने के लिए फोर्टिफाइड होल मिल्क का रोजाना सेवन करें। रोजाना एक कप मिल्क पीने से विटामिन डी का 21 फीसदी शरीर को प्राप्त होता है जो बेहद फायदेमंद होता है।
टोफू
सोया प्रोडक्ट से तैयार होने वाला टोफू कैल्शियम और विटामिन से भरपूर होता है। सोया प्रोडक्ट की जब भी खरीदारी करें तब इसपर लेबल देख लें कि इसमें कौन कौन से विटामिन और प्रोटीन हैं। इसमें बड़ी मात्रा में प्रोटीन भी पाया जाता है। रोजाना 100 ग्राम टोफू का सेवन करने से 39 फीसदी विटामिन डी शरीर को मिलता है।
अंडा
अंडा में अनगिनत प्रकार के विटामिन और प्रोटीन पाया जाता है। एक अंडा रोजाना सेवन करने से आपको प्रतिदिन का 7 फीसदी विटामिन डी मिल जाता है। अंडे की सफेदी का सेवन करने से आपको 6 फीसदी विटामिन डी मिलता है। अंडे की सफेद में विटामिन डी के अलावा विटामिन ए, ई, के और जिंक भी पाया जाता है। इन सबके अलावा सल्फर और अमीनो एसिड भी पाया जाता है।