नई दिल्ली: आपने कई लोगों को सेव का छिल्का उतारने के बाद उसे खाते हुए देखा होगा। ऐसा करने से फाइबर (रफेज) से शरीर वंचित रह जाता है जो हमारे शरीर के लिए जरुरी है। कुदरत ने हमें कई ऐसी चीज दी है जिसे हमें उसे साबुत ही खाना चाहिए। कई प्रकार के खाद्य पदार्थों के छिल्कों और रेशों में फाइबर होता है। इसलिए खाने में हमें रोजाना पर्याप्त मात्रा में फाइबर लेना चाहिए जो ना सिर्फ पाचन तंत्र को ठीक रखने में मददगार होता है बल्कि यह आपके मोटापा को घटाने में सहायक होता है। फाइबर की वजह से आपको बार बार भूख नहीं लगती और आप ओवरइटिंग से बच जाते है।
फाइबर क्यों है जरूरी?
फाइबर का खास काम होता है पाचनतंत्र को स्वस्थ रखना। फाइबर की बदौलत शरीर से टॉक्सिक पदार्थ तेजी से बाहर निकलता है। फाइबरयुक्त पदार्थ का सेवन करने से चीनी की मात्रा कंट्रोल में रहती है और बार बार भूख नहीं लगती। इसके साथ ही फाइबर भूख और ब्लड शूगर को कंट्रोल रखता है। फाइबर से भरपूर डाइट लेने से कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है। फाइबर से आपकी पाचन क्रिया दुरुस्त होती है और आप सेहतमंद रहते है और शरीर में अनावश्यक मोटापा नहीं होता है। मक्का,दालें, फल,रेशे वाली सब्जियां, ब्राउन ब्रेड,सूखे मेवे,गेंहू का आटा, मटर ,ओटमील आदि फाइबर के बेहतर स्रोत माने जाते है। मोटे अनाज में हमेशा फाइबर पाया जाता है। यहां तक की आटा अगर काफी बारीक होता है तो फाइबर का लाभ शरीर को नहीं मिल पाता है।
फाइबर फूड जो घटाते है मोटापा
- सिर्फ जूस ही नहीं पिए बल्कि साबुत फलों को भी खाए।
- सलाद में काफी फाइबर होता है। रोजाना सलाद खाए।
- ओट्स, ज्वार, बाजरा, दलिया और दालें खाना चाहिए।
- बादाम, पिस्ता और अखरोट में फाइबर भी प्रचुर मात्रा में होता है।
- राजमा में भी फाइबर पाया जाता है।
- अंकुरित अनाज फाइबर का बेहतर स्रोत है।
- वेजिटेबल सूप रोजाना पीने की आदत डाले।
- भुना चना, लईया फाइबर का बेहतरीन सोर्स है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)