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Asthma: लाइलाज नहीं है अस्थमा, लक्षण पहचान करें इस गंभीर बीमारी का उपचार 

Updated Aug 24, 2019 | 15:25 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

अस्थमा बेहद ही गंभीर बीमारियों में शामिल है। धूल-कण, प्रदूषण और बेहद ठंड इस बीमारी के लिए घातक साबित होते हैं, लेकिन यदि थोड़ी सावधानी बरती जाए तो इस बामारी सेब आसानी से मुकाबला किया जा सकता है।

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तस्वीर साभार:&nbspGetty Images
Asthma
मुख्य बातें
  • अस्थमा के जोखिमों को समझ कर उससे दूरी बनाएं
  • धूल, प्रदूषण और मौसम में होने वाले बदलाव से खुद को बचाएं
  • अधिक से अधिक गुनगुना पानी पीएं और भाप लेते रहें

अस्थमा और एलर्जी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। एलर्जी यदि गंभीर होती जाए तो ये अस्थमा के रूप में बदल जाती है। इस बीमारी में मौसम का बदलनाबब खतरनाक साबित होता है, इसलिए क्योंकि मौसम बदलता है तो धूल कण या एलर्जी बढ़ने के चांसेज बढ़ जाते हैं और ये बीमारी के लिए बेहद खतरनाक साबित हो जाता है।

इसके अलावा प्रदूषण भी बहुत बड़ा कारक होता है अस्थमा का। इन सब से इतर अब अस्थमा के लिए अब लाइफस्टाइल भी कारण बन रही है। यही नहीं घर के पर्दे, गलीचे व कारपेट में लगी धूल भी इस बीमारी का कारण बनती है।

क्या होता है अस्थमा (What is Asthma)
सांस की नलियों में सूजन आना और इसमें कफ या बलगम का बनने से नलियों की पेशियां सख्त हो जाती हैं। इससे सांस लेने में काफी परेशानी होने लगती है। यही अस्थमा कहलाता है। ये किसी भी उम्र में और कभी भी हो सकता है।

अस्थमा (Asthma) का कारण 

  • हवा में मौजूद महीन धूल कण अथवा परागकण
  • बहुत ज्यादा स्मोकिंग करने की आदत
  • अचानक मौसम में होने वाले बदलाव
  • प्रदूषित माहौल या धूल भरे वातावरण में रहना
  • बहुत अधिक ठंड या ठंड चीजों का प्रयोग
  • आनुवांशिक
  • वायरल इंफेक्शन या बार बार सर्दी-जुकाम या एलर्जी होना।

अस्थमा का लक्षण

  • बार-बार कफ होना या कफ वाली खांसी होना
  • सांस लेते समय घरघराहट या सीटी की आवाज आना
  • छाती में जकड़न महसूस होना और सांस लेने में दिक्कत होना
  • बात करते हुए, चलते हुए या बैठे रहने पर भी दम फूलना
  • बहुत ज्यादा खांसी आना और कफ छाती में ही फंसे रहना

कैसे करें बचाव
1. धूल, मिट्टी, धुआं, प्रदूषण और सिगरेट से खुद को दूर रखें। ऐसे माहौल में मास्क लगाएं।
2. पेन्ट, कीटनाशक, स्प्रे, अगरबत्ती, मच्छर भगाने की कॉइल का धुआं, खुशबूदार इत्र से भी खुद को बचा कर रखें।
3. रंगयुक्त व फ्लेवर, एसेंस, प्रिजर्वेटिव मिले हुए खाद्य पदार्थों, कोल्ड ड्रिंक्स और ज्यादा ठंडी चीजों को न खाएं।

Home Remedies For Asthma :-

  1. एक चम्मच मेथी को आधा लीटर पानी में उबाल कर काढ़ा बना लें अब इसमें एक चम्मच अदरक का रस और शहद मिला कर रोज सुबह और शाम को पिया करें।
  2. लहसुन की करीब पांच से छह कलियां लें और इसे एक कप दूध में उबाल कर पीना शुरू करें इससे एलर्जी और अस्थमा दोनों ही ठीक होंगे।
  3. लहसुन की दो कलियां लें जब चाय बनाएं तो उसमें अदरक के साथ इसे भी उबाल कर पीएं। सुबह-शाम पीने से अस्थमा कंट्रोल में रहता है।
  4. 4-5 लौंग को करीब एक कप पानी में पांच मिनटत उबाले। जब ये गुनगुना रह जाए तो इसमें शहद मिला कर पीएं। दिन में दो बार इसे पीने की आदत डाल लें। ये छाती की जकड़न, सांस लेने में दिक्कत और कफ निकालने में कारगर होगा।
  5. एक मुट्ठी सहजन की पत्ती लें और इसे ढेड़ कप पानी में खूब उबाल लें अब इसमें चुटकी भर नमक नमक, कालीमिर्च और नींबू रस मिला कर पिया करें। ये अस्थमा का अचूक उपाय है।
  6. अजवाइन मिला कर पानी उबाल लें और इसे पीएं भी और इसका भाप भी लें। ये छाती की जकड़न को खत्म कर सांस लेना आसान बनाता है। साथ ही मौसम के बदलाव का असर नहीं पड़ता।

अस्थमा में इलाज के साथ सावधानी रखना बेहद जरूरी है। जिन चीजों से आपको अस्थमा बढ़ सकता है, उससे बच कर रहें।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।

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