नई दिल्ली : प्रेग्नेंसी के 9 महीने हर महिला के लिए बेहद खास होते हैं। इस दौरान उसे अपने साथ गर्भ में पल रहे शिशु को भी ध्यान में रखकर आचरण करना होता है। साथ ही डाइट को लेकर भी अलर्ट रहना होता है। ऐसा नहीं है कि गर्भावस्था में महिला को ठूस कर खाना चाहिए। लेकिन डाइट बैलेंस्ड और पौष्टिक होनी चाहिए।
हालांकि गर्भवती महिला को 9 महीने में फल और सब्जियों के सेवन की सलाह दी जाती है। लेकिन कुछ ऐसे चीजें भी हैं जिनसे उसे बचने को कहा जाता है। ये वो चीजें हैं जो प्रेग्नेंसी में महिला के लिए परेशानी खड़ी कर सकती हैं। जानें गर्भवती महिला को किन फलों के सेवन से बचना चाहिए -
कच्चा पपीता न खाएं
गर्भकाल के दौरान महिलाओं को कच्चा पपीता नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से प्रसव जल्दी होने की संभावना बढ़ जाती है। यदि किसी महिला को गर्भकाल का तीसरा या अंतिम माह चल रहा है तो वह डॉक्टर की सलाह लेकर पका हुआ पपीता खा सकती है। इसमें विटामिन C तथा अन्य पोषक तत्व रहते हैं जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखते हैं।
Also Read : गर्मी के मौसम में फायदेमंद है चीकू, ये 10 गुण आपको कर सकते हैं हैरान
अंगूर से बचें
गर्भकाल की अंतिम तिमाही में महिला को अंगूरों का सेवन करने से बचना चाहिए। असल में इनकी तासीर गर्म होती है जिसके कारण असमय पीड़ा का सामना करना पड़ सकता है।
Also Read : हर महिला के लिए हैं ये Top 50 health tips
अनानास यानी पाइनएप्पल का सेवन न करें
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को अनानास का सेवन करने से बचना चाहिए। वैसे प्रेग्नेंसी के दौरान इसको यदि न ही खाएं तो अच्छा है क्योंकि इसके सेवन से जल्दी ही प्रसव होने की संभावना बढ़ जाती है।
इन पदार्थों का करें सेवन
गर्भवती महिला ताजे फल तथा हरी सब्जियों को अच्छे से धो कर उनका सेवन कर सकती है। प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन भी ऐसी महिलाओं के लिए अच्छा रहता है। मोटे अनाज तथा चावल का सेवन गर्भ काल में अच्छा रहता है। इसके अलावा वह जो भी खाएं इस बात का ध्यान जरूर रखे कि उसमे प्रचुर मात्रा में विटामिन, प्रोटीन और दूसरे न्यूट्रिएंट्स शामिल हों।
नोट - गर्भवती महिला को अपनी डाइट के लिए डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए। ये गर्भ में पल रहे शिशु के लिए जरूरी है।
Health News in Hindi के लिए देखें Times Now Hindi का हेल्थ सेक्शन। देश और दुनिया की सभी खबरों की ताजा अपडेट के लिए जुड़िए हमारे FACEBOOK पेज से।