- एन95 मास्क कोरोना संक्रमण की दर को 30 प्रतिशत करता है कम।
- सर्जिकल मास्क कपड़े के मास्क की तुलना में होता है अधिक सुरक्षित।
- स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार इनडोर और आउटडोर के लिए अलग अलग मास्क का करना चाहिए इस्तेमाल।
mask for covid 19 : देश में कोरोना वायरस का प्रकोप चरम पर है, रोजाना लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर फेस मास्क को लेकर बहस छिड़ गई है। हाल ही में अमेरिकन कॉन्फ्रेंस ऑफ गवर्नमेंटल इंडस्ट्रियल हाईजीनिस्ट द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर संक्रमित व्यक्ति यानी बीमार व्यक्ति एन95 मास्क पहनता है तो संक्रमण फैलने का खतरा 30 प्रतिशत कम हो जाता है। मास्क वायु प्रदूषण से बचने के लिए भी कारगार उपाय है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इस दौरान हमें इनडोर और आउटडोर के लिए अलग अलग मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। इनडोर यानी ऑफिस, अस्पताल, क्लीनिक, विवाह, हॉल और पूजा स्थल पर आपको अलग मास्क पहनना चाहिए। साथ ही अपना मास्क बाजार, मॉल, जैसे भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर भी पहनना चाहिए।
कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर के दौरान हमने विभिन्न प्रकार के मास्क पहने हैं, जिसमें कपड़े का मास्क, सर्जिकल मास्क या मेडिकल मास्क और N95, KN95, KF94, FFP2 शामिल हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि इन मास्क में क्या अंतर है ओमीक्रोन से लड़ने के लिए कौन सा मास्क कारगार है। क्या इन मास्क का दोबारा उपयोग किया जा सकता? मास्क का इस्तेमाल कहां करना चाहिए?
Types of Masks, मास्क के प्रकार
कपड़े का मास्क संक्रमित व्यक्ति के नाक और मुंह से उत्सर्जन को कम करता है, लेकिन असंक्रमित व्यक्ति के लिए यह कम सुरक्षा प्रदान करता है। क्योंकि यह छोटे कणों को सही से फिल्टर नहीं कर पाता।
वहीं सर्जिकल मास्क थ्री प्लाई फिल्टरिंग सामग्री से बनाया जाता है, लेकिन ये चेहरे को अच्छी तरह से ढकने में कारगार नहीं होता है। चेहरे और मास्क के बीच थोड़ा गैप होता है, जिससे सांस के माध्यम से वायरस बाहर आ सकता है। ऐसे में सर्जिकल मास्क के ऊपर एक कपड़े का मास्क अवश्य लगाएं ताकि चेहरे के अंतराल को कम किया जा सके।
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एन95 मास्क देता है 70 प्रतिशत सुरक्षा की गारंटी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना संक्रमण से बचने के लिए N95 सबसे कारगार है। अगर संक्रमित व्यक्ति ने एन95 मास्क पहन रखा है तो सामने वाले को संक्रमित होने में 2.5 घंटे का समय लगता है। एन95 मास्क वायरस से 70 प्रतिशत सुरक्षा की गारंटी देता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जिस मास्क पर वॉल्व लगा हो उससे बचना चाहिए, ऐसे मास्क हवा को सही से फिल्टर नहीं कर पाते।
हाई फिल्ट्रेशन मास्क कपड़े और सर्जिकल मास्क की तुलना में ओमीक्रोन से अधिक सुरक्षा प्रदान करता है। ऐसे में कोशिश करें की एन95 मास्क का इस्तेमाल करें, विशेषकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता यानी हेल्थ वर्कर्स और गंभीर बीमारियों यानी शुगर, ह्रदय रोग से संक्रमित लोगों को N95 मास्क पहनना चाहिए।
हालांकि शुरुआती दौर में यानी कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान एन95 मास्क की काफी कमी थी, लेकिन इस समय आपको किसी भी मेडिकल स्टोर या क्लीनिक पर आपको आसानी से मिल जाएगा। इन मास्क को आप एक हफ्ते तक आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं।
मास्क से चेहरे को करें कवर
आपको बता दें हाई फिल्ट्रेशन मास्क अपने आप में काफी नहीं होता। इसलिए आपको यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि मास्क आपके चेहरे पर ठीक से फिट होता है या नहीं। क्योंकि अधिकांश लोगों के लिए एन95 मास्क का इस्तेमाल करना संभव नहीं है। ऐसे में आप ट्रिपल लेयर वाले मास्क का आ फिर डबल मास्क लगाएं।