लाइव टीवी

Asanas For Depression: डिप्रेशन से निजात पाने के लिए रोजाना करें ये आसन, दिमाग रहेगा हमेशा स्वस्थ्य

Updated May 26, 2020 | 18:44 IST

Yoga Tips For Depression: इन दिनों ज्यादातर लोग डिप्रेशन की समस्या से परेशान हैं। डिप्रेशन की समस्या कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है। अगर आप योग का सहारा लें तो इस समस्या से निजात पा सकते हैं।

Loading ...
डिप्रेशन से निजात पाने के लिए रोजाना करें ये आसन
मुख्य बातें
  • डिप्रेशन यानी अवसाद की समस्या आज बेहद आम है।
  • योग के जरिए आप डिप्रेशन की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
  • तनाव से निजात पाने के लिए रोजाना करें ये आसन।

डिप्रेशन यानी अवसाद की समस्या आज बेहद आम है। डिप्रेशन होने के पीछे कई वजह हो सकते हैं, लेकिन इस समस्या का सही समय पर इलाज न हो तो मुश्किलें और बढ़ जाती हैं। लगातार डिप्रेशन में रहने की वजह से लोग अवसाद में चले जाते हैं। शुरुआत में कई लोगों को समझ में नहीं आता कि वह अवसाद में हैं, लेकिन धीरे-धीरे आपके स्वभाव में बदलाव आने लगता हैं। ऐसा देखा गया है कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ये परेशानी ज्यादा और जल्दी घर करती है। वहीं डिप्रेशन में रहने की वजह से लोग किसी भी बात पर ध्यान नहीं केंद्रित कर पाते हैं और बात-बात पर अपना आपा खोने लगते हैं।

डिप्रेशन से निजात पाने के लिए दवाई से बेहतर ऑप्शन है योग। योग के जरिए आप डिप्रेशन की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। कुछ ऐसे आसन हैं, जिन्हें करने से आप न सिर्फ डिप्रेशन से निजात पा सकेंगे बल्कि आसानी से ध्यान भी केंद्रित कर सकेंगे। योग के जरिए आप मानसिक के साथ-साथ शारीरिक दोनों तरीके से स्वस्थ्य रहेंगे। वहीं इन आसन को करने के लिए शुरुआत में किसी प्रशिक्षित गुरु की मदद लें। उनकी मदद से आपकी मुद्राओं यानी उठने-बैठने के तरीकों को समझ सकेंगे और तनाव से मुक्त भी रहेंगे। आइए जानते हैं योग के किन आसनों से डिप्रेशन से राहत मिलती है।

रोजाना करें ये आसन

शवासन- शव एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है मृत शरीर। इस आसन में आराम की मुद्रा लेट जाएं। इस आसन को करने से दिमाग शांत रहता है और डिप्रेशन जैसी समस्या से छुटकारा मिलता है। यह एक मात्र ऐसा आसन है, जिसे हर उम्र के लोग कर सकते हैं।

बालासन- बाल शब्द संस्कृत भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ बच्चा होता है। इस आसन को करने के लिए आपको बच्चे की तरह बैठना होगा। इस आसन को करने के बाद आप बेहद रिलैक्स और तनाव मुक्त हो जाएंगे। रोजाना इस आसन का अभ्यास 1 से 3 मिनट तक किया जाना चाहिए।

सेतुबंधासन- इस आसन में शरीर सेतु यानी पुल के समान आकार में हो जाता है। सेतुबंधासन आसन में पीठे के बल लेटते हुए पुल की मुद्रा में होल्ड करते हैं। रोजाना इस आसन को करने से दिमाग शांत रहता है और हल्के तनाव को दूर करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह पीठ, छाती और गर्दन में खिंचाव लाने में मदद करता है।

सुखासन - सुखासन करने से रोगी का चित्त शांत होता है। सुखासन का अभ्यास करना काफी आसान है। रोजाना इसके करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है, इसके अलावा तनाव से राहत मिलती है।

भुजंगासन- इस आसन में शरीर फन उठाए हुए सांप के आकार में बनती है। इस आसन को करते वक्त तुरंत पीछे की तरफ अधिक न झुकें। रोजाना इस आसन को करने से शरीर में उर्जा बढ़ता है और तनाव जैसी समस्या दूर हो जाती है।