- 1903 में आज ही के दिन मोटर कंपनी फोर्ड ने अपनी पहली कार बेची थी
- 1555 में सरहिंद में सिकन्दर सूरी को हराकर मुगल शासक हुमायूं दिल्ली पहुंचा था
- 2012 में आज ही के दिन इराक में सिलसिलेवार हमलों में ।03 लोग मारे गए थे
नयी दिल्ली: देश में आज एफएम और निजी चैनलों की भरमार है, लेकिन एक वक्त था, जब समाचार और मनोरंजन का एकमात्र साधन रेडियो और दूरदर्शन ही हुआ करते थे। आकाशवाणी की स्थापना 1927 में 23 जुलाई के दिन की गई थी और उस समय इस सेवा का नाम भारतीय प्रसारण सेवा (इंडियन ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन) रखा गया था।देश में रेडियो प्रसारण की शुरुआत मुंबई और कोलकाता में सन 1927 में दो निजी ट्रांसमीटरों से की गई। 1930 में इसका राष्ट्रीयकरण हुआ और 1957 में इसका नाम बदल कर आकाशवाणी रखा गया।
प्रसार भारती (ब्रॉडकास्टिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया के नाम से भी जानते हैं) भारत की एक सार्वजनिक प्रसारण संस्था है। इसमें मुख्य रूप से दूरदर्शन एवं आकाशवाणी शामिल हैं।सरकारी प्रसारण संस्थाओं को स्वायत्तता देने के इरादे से 23 नवंबर 1997 को प्रसार भारती का गठन किया गया, जो देश की एक सार्वजनिक प्रसारण संस्था है और इसमें मुख्य रूप से दूरदर्शन और आकाशवाणी को शामिल किया गया है।
देश दुनिया के इतिहास में 23 जुलाई की तारीख पर दर्ज अन्य घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1555 : सरहिंद में सिकन्दर सूरी को हराकर मुगल शासक हुमायूं दिल्ली पहुंचा।
1829 : अमेरिका के विलियम ऑस्टिन बर्ट ने टाइपोग्राफ का पेटेंट कराया, जिससे बाद में टाइपराइटर का विकास हुआ।
1877 : हवाई में पहली टेलीफोन और टेलीग्राफ लाईन बिछायी गयी।
1881 : अंतर्राष्ट्रीय जिम्नास्टिक संघ ने खेल परिसंघ की स्थापना की। यह विश्व का सबसे पुराना खेल परिसंघ है।
1903 : मोटर कंपनी फोर्ड ने अपनी पहली कार बेची।
1920 : ब्रिटेन के कब्जे वाले पूर्वी अफ्रीका का नामकरण केन्या किया गया और इसे ब्रिटिश उपनिवेश बना दिया गया.
1927 : मुंबई से रेडियो सेवा का नियमित प्रसारण शुरू हुआ।
1974 : यूनान में सैन्य शासन का अंत और पूर्व प्रधानमंत्री कौन्सटैनटिन कारमनालिस को दोबारा सत्ता संभालने का न्यौता दिया गया।
2001 : मेघावती सुकर्णोपुत्री इंडोनेशिया की राष्ट्रपति बनीं।
2005 : मिस्र के शर्म-अल-शेख के रिजॉर्ट में हुए बम धमाकों में 88 लोग मारे गए थे।
2012 : इराक में सिलसिलेवार हमलों में ।03 लोग मारे गए।
2019 : यूरोपीय संघ से अलग होने के मुद्दे पर ब्रिटेन में जारी राजनीतिक अनिश्चितता के बीच बोरिस जॉनसन देश के नए प्रधानमंत्री चुन लिए गए।