- महाराष्ट्र से बिहार के भागलपुर जा रही थी श्रमिक स्पेशल ट्रेन
- 50 प्रवासी मजदूरों के जत्थे ने हाजीपुर के पास इमरजेंसी पुलिंग की और फरार हो गए।
- वैशाली जिला प्रशासन को जानकारी नहीं, जांच कराने की बात कही
नई दिल्ली। लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी प्रवासी मजदूरों को हो रही है। ज्यादातर मजदूर किसी तरह से अपने राज्य और अपने गांव जाना चाहते हैं। लेकिन उनका कहना है कि उन्हें साधन नहीं मिल रहा है। ये बात अलग है कि प्रवासी मजदूरों को एक राज्य से दूसरे राज्य ले जाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के साथ साथ बसें भी चलाई जा रही हैं। इसके बावजूद मजदूर पैदल या लकड़ी में पहिया फिट कर या साइकिल से अपने घरों को निकल रहे हैं। इन सबके बीच बिहार के वैशाली से हैरान करने वाली खबर आई है।
हाजीपुर के पास उतरे प्रवासी मजदूर
बिहार के हाजीपुर के पास करीब 50 प्रवासी मजदूरों ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन की चेन पुल की और बीच रास्ते में ही उतर गए। यह ट्रेन महाराष्ट्र से भागलपुर जा रही थी। लेकिन प्रवासी मजदूरों का एक समूह इस तरह की हरकत कर ट्रेन से उतरे और अपने ठिकाने की तरफ चल दिए। खास बात यह है कि जिला प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं लगी। इस विषय पर वैशाली की डीम उदिता सिंह ने कहा कि वो इस मामले की जांच कराएंगी और जो लोग इस तरह से फरार हुए हैं उन्हें पकड़ कर क्वारंटीन किया जाएगा।
प्रवासी मजदूरों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन
प्रवासी मजदूर, केंद्र या राज्य सरकारों की अपील के बाद भी पैदल ही अपने गंतव्य के लिए रवाना हो रहे हैं। गुरुवार को तीन घटनाओं से दिल दहल गया। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरगर में बस ने छ मजदूरों को कुचल दिया तो मध्य प्रदेश के गुना में सड़के हादसे में आठ मजदूर मारे गए। यह सभी मजदूर यूपी और बिहार जा रहे थे। अधिकारियों का कहना है कि प्रवासी मजदूरों को समझाने में दिक्कत आ रही है। दरअसल मजदूरों को लगता है कि उन्हें एक तरह से जेल में बंद किया जा रहा है. हालांकि उन्हे समझाने बुझाने की कोशिश की जा रही है।