नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (AAP) ने बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसी के मद्देनजर गुरुवार को पार्टी ने बिहार प्रदेश इकाई के लिए नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा की। पार्टी ने पुराने कार्यकर्ता सुशील सिंह को बिहार प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। इससे पहले प्रशांत किशोर और आम आदमी पार्टी के बीच बातचीत की अटकलें भी लगती रही हैं। सुशील सिंह आम आदमी पार्टी के सबसे पुराने कार्यकर्ताओं में से एक हैं। वह शुरुआती दौर में अन्ना आंदोलन और फिर अरविंद केजरीवाल के आंदोलन तथा पार्टी के गठन में भी साथ रहे हैं।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सुशील सिंह को बिहार का अध्यक्ष बनाए जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि शुरुआती दौर के आंदोलन से राजनीतिक सफर तक के जुझारू साथी और प्रिय अनुज सुशील सिंह को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनने पर बधाई। सुशील सिंह का बिहार अध्यक्ष के रूप में चयन का फैसला दिल्ली के मुख्यमंत्री व पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई आप की पीएसी बैठक में लिया गया।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पीएसी की बैठक में बिहार को लेकर हुए निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि आंदोलन के दिनों से संगठन के प्रति दिन-रात समर्पित भाई सुशील सिंह जी को पार्टी की पीएसी द्वारा बिहार का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। संजय सिंह ने इस निर्णय को पार्टी के हित में बताते हुए कहा कि इस निर्णय के लिए राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को धन्यवाद और भाई सुशील सिंह जी को हार्दिक बधाई।
संजय सिंह ने बिहार के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष की एक तस्वीर भी जारी की है। इस तस्वीर में सुशील सिंह सीढ़ी पकड़कर आम आदमी पार्टी का झंडा-बैनर लगा रहे हैं। जारी की गई इस तस्वीर के साथ कहा गया कि ये जो व्यक्ति सीढ़ी पकड़कर बैनर लगवा रहा है, इसका नाम सुशील सिंह है। एक जुझारू और समर्पित कार्यकर्ता हैं। आम आदमी पार्टी ने इन्हें बिहार का अध्यक्ष बनाया है।
बिहार में इसी वर्ष अक्टूबर माह में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिलहाल 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में आम आदमी पार्टी के पास एक भी सीट नहीं है। पार्टी यहां नए सिरे से अपना संगठन तैयार करने में जुटी है। बिहार में सबसे अधिक 79 विधायक राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के हैं। वहीं जनता दल युनाइटेड (जदयू) के 71 और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 52 विधायक हैं। बिहार विधानसभा में कांग्रेस के 27 जबकि चार निर्दलीय विधायक हैं। इसके साथ ही यहां कई छोटी पार्टियों का प्रतिनिधित्व भी है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए काम करने वाले प्रशांत किशोर ने बिहार चुनाव को लेकर अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।