लाइव टीवी

Delhi Election 2020: दिल्ली चुनाव में 'आप' का मंगल, बीजेपी के हथियार से ही दी मात

Updated Feb 11, 2020 | 17:09 IST

Ram vs Hanuman: दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीनबाग और ध्रुवीकरण की राजनीति के बीच आम आदमी पार्टी ने राम भक्त हनुमान का सहारा लेकर अपनी नैया पार लगा ली।

Loading ...
AAP victory

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में प्रचंड़ जीत दर्ज कर ली। साल 2015 में 70 में से 67 सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी पांच साल बाद चुनावी मैदान में विकास के नाम पर वोट मांगने उतरी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुले तौर पर यह कहने की हिम्मत दिखाई कि यदि हमने पांच साल में काम नहीं किया हो तो आप हमें वोट नहीं दीजिएगा। लेकिन ओखला के शाहीन बाग इलाके में नागरिकता संशोधन कानून( सीएए) के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन ने चुनावी फिजा को पूरी तरह बदल दिया। चुनाव विकास के मुद्दे से भटककर हिंदू-मुस्लिम और देशद्रोही-देशभक्त के अखाड़े में जा पहुंची। ऐसे में राम के नाम पर राजनीति करने वाले दलों ने हिंदू विरोधी और आतंकवादी साबित करने की कोशिश की। जिसका तोड़ केजरीवाल ने राम भक्त हनुमान के रूप में निकाल लिया। 

हनुमान के नाम पर राजनीति केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के लिए चुनावी संजीवनी साबित हुई। टीवी डिबेट में केजरीवाल ने खुद को हनुमान भक्त बताया। इसके बाद एंकर ने उनसे हनुमान चालीसा का पाठ करने को कह दिया तो उन्होंने तत्काल ऐसा कर दिखाया। इस तरह हनुमान जी की एंट्री दिल्ली चुनाव में हो गई। इसके बाद राम भक्त हनुमान पूरे चुनाव में बने रहे और दूसरी बार प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद केजरीवाल ने हनुमान जी को धन्यवाद भी दिया। 

हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद अरविंद केजरीवाल वोटिंग से ठीक एक दिन पहले कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में दर्शन के लिए चले गए। इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा, सीपी के प्राचीन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। देश और दिल्ली की तरक्की के लिए प्रार्थना की। भगवान जी ने कहा - 'अच्छा काम कर रहे हो। इसी तरह लोगों की सेवा करते रहो। फल मुझ पर छोड़ दो। सब अच्छा होगा।'

हनुमान जी के नाम पर आप ने जो दांव खेला उससे भाजपा में खलबली मच गई। ऐसे में दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केजरीवाल को नकली भक्त बताते हुए उनपर हमला बोल दिया, वो (अरविंद केजरीवाल) पूजा करने गए थे या हनुमान जी को अशुद्ध करने गए थे? एक हाथ से जूता उतारके उसी हाथ से माला लेकर....क्या कर दिया? जब नकली भक्त आते हैं ना तो यही होता है। मैंने पंडित जी को यह बताया तो बहुत बार वो हनुमान जी को धोए हैं। 

ऐसे में केजरीवाल ने वोटिंग वाले दिन बड़ी ही सहजता के साथ बीजेपी को उसी के अंदाज में जवाब देते हुए ट्वीट किया, 'जब से मैंने एक टीवी चैनल पे हनुमान चालीसा पढ़ी है, भाजपा वाले लगातार मेरा मजाक उड़ा रहे हैं। कल मैं हनुमान मंदिर गया।आज भाजपा नेता कह रहे हैं कि मेरे जाने से मंदिर अशुद्ध हो गया। ये कैसी राजनीति है? भगवान तो सभी के हैं। भगवान सभी को आशीर्वाद दें, भाजपा वालों को भी। सबका भला हो।'

ऐसे में जब चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद केजरीवाल लोगों को धन्यवाद देने आए तो वो हनुमान जी का धन्यवाद करना नहीं भूले। उन्होंने कहा, आज मंगलवार है हनुमान जी का दिन है। हनुमान जी ने आज दिल्ली पर अपनी कृपा बरसाई है। हनुमान जी का भी बहुत बहुत धन्यवाद। प्रभु का बहुत बहुत धन्यवाद। और हम सब दिल्लीवाली प्रभु से यही कामना करते हैं कि आने वाले पांच साल में इसी तरह से दिशा दिखाता रहे। हमें शक्ति दे कि हमने जैसे पिछले पांच साल लगके दिल्ली वासियों की सेवा की। अगले पांच साल भी हम सब दिल्ली परिवार के 2 करोड़ लोग मिलके अपनी दिल्ली को सुंदर और सुरक्षित शहर बना सकें।'

केजरीवाल ने देश में एक नई तरह की राजनीति की शुरुआत की बात संबोधन में कही जिसमें हनुमान के नाम पर राजनीति भी शामिल दिख रही है।  इस नई राजनीतिक विचारधारा की झलक आने वाले समय में देश के अन्य राज्यों में भी दिखाई देगी। सेकुलर राजनीति का दंभ भरते-भरते केजरीवाल दुर्घटनावश राम भक्त हनुमान की शरण में पहुंच गए हैं। ये आने वाले वक्त में राम की राजनीति पर राम भक्त हावी हो पाता है या नहीं ये देखना रोचक होगा। 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।