- बिहार में खराब प्रदर्शन के बाद सवालों के घेरे में कांग्रेस नेतृत्व
- बिहार में 70 में से 19 सीटों पर ही जीत सकी कांग्रेस
- कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन से बिहार में महागठबंधन की सरकार बन सकती थी
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव और उपचुनावों में हार का सामना करने के बाद कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की सहायता के लिए बनी विशेष समिति की बैठक आज होने जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शाम 5 बजे बैठक होगी लेकिन इसका एजेंडा स्पष्ट नहीं है। ये बैठक ऐसे समय में हो रही है जब जब चुनावों में हार के बाद कांग्रेस में समीक्षा का मुद्दा फिर से उभर रहा है।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने बिहार चुनाव और विभिन्न राज्यों में हुए उपचुनावों में पार्टी को मिली हार के बाद सवाल उठाए हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी तक ने इसके लिए सिब्बल को निशाने पर लिया है।
अहमद पटेल अस्पताल मे भर्ती
इस सब के बीच सोनिया गांधी की सलाहकार समिति की बैठक कई अटकलों को जन्म दे रही है। अगस्त में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को संगठनात्मक और संचालन मामलों पर सहायता के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया था। अहमद पटेल, के सी वेणुगोपाल, एके एंटनी, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला इसके सदस्य हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि बीमार अहमद पटेल अस्पताल में भर्ती हैं।
हर जगह खराब प्रदर्शन
बिहार चुनावों में महागठबंधन की हार के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराया जा रहा है। महागठबंधन में आरजेडी और वामपंथी दलों की सफलता की दर 50 फीसदी से अधिक थी, जबकि कांग्रेस 70 सीटों में से केवल 19 सीटें ही जीत सकी। वहीं मध्य प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस को 28 में से केवल नौ सीटें मिलीं। कर्नाटक की दो विधानसभा सीटों और गुजरात की आठ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी। कांग्रेस का प्रदर्शन यूपी में भी निराशाजनक रहा जहां प्रियंका गांधी प्रभारी हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आरजेडी नेताओं ने कांग्रेस पार्टी के रवैये पर भी सवाल उठाए हैं। राजद नेता शिवानंद तिवारी ने पार्टी नेतृत्व को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने प्रचार अभियान में ध्यान नहीं दिया।