- मंगलवार को भीड़ ने रामपुरहाट में घरों में आग लगा दी, 8 लोगों की जलकर मौत
- टीएमसी नेता की हत्या के बाद भड़की हिंसा, पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया
- आगजनी की घटना के बाद ममता सरकार पर विपक्ष हमलावर है, इस्तीफे की मांग
Rampurhat Fire Incident: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में आगजनी की घटना के बाद स्थानीय लोग दहशद में हैं। लोग खुद को सुरक्षित रखने के लिए पलायन करने लगे हैं। बता दें कि टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या के बाद इलाके में तनाव फैल गया। यहां के रामपुरहाट के कुछ मकानों में आग लगा दी गई। इस आग में आठ लोगों की संदिग्ध हालत में मौत हुई। इस घटना के बाद ममता सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। मोहम्मद सलीम के नेतृत्व में माकपा का एक प्रतिनिधिमंडल रामपुर हाट पहुंचा और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस घटना को लेकर भाजपा का नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल गृह मंत्री अमित शाह से पहले ही मुलाकात कर चुका है।
सरकार कुछ छिपा रही-मो. सलीम
पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद मोहम्मद सलीम ने कहा कि हिंसा मामले में कुछ छिपाया जा रहा है। यह बात भी सामने आई है कि आग लगाने से पहले उपद्रवियों ने घरों को बाहर से बंद कर दिया था। हिंसा मामले पर बंगाल के भाजपा अध्यक्ष का कहना है कि पश्चम बंगाला में लोकतंत्र नहीं है और न ही सरकार में हिंसा की घटनाओं को लेकर कोई गंभीरता है।
डर की वजह से लोग अपना घर छोड़ रहे हैं
आगजनी की इस घटना के बाद गांव वाले डरे हुए हैं, वे अपना घर-मकान छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जा रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक एक ग्रामीण ने कहा कि खुद को सुरक्षित रखने के लिए हम अपने घरों को छोड़ रहे हैं। इस आगजनी में उसके एक रिश्तेदान की मौत हुई। ग्रामीण ने कहा कि पुलिस ने यदि सक्रियता दिखाई होती तो इस तरह की घटना नहीं हुई होती।
बाल अधिकार आयोग ने रिपोर्ट मांगी
रामपुरहाट इलाके की घटना पर बाल अधिकार आयोग ने पश्चिम बंगाल सरकार से तीन दिनों में रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने ममता सरकार से हिंसा के बाद उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी मांगी है। टीएमसी नेता की हत्या के बाद भीड़ ने मंगलवार को कथित रूप से घरों में आग लगा दी। इस घटना के बाद भाजपा पश्चिम बंगाल सरकार पर हमलावर है। उसने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा मांगा है।
अब तक 11 लोग हुए गिरफ्तार
भाजपा का कहना है कि केंद्रीय एजेंसियों को इस हिंसा मामले की जांच करनी चाहिए। इस बीच, बंगाल के डीजीपी मनोज मालवीय ने बताया है कि आगजनी के इस मामले में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के लिए एक एसआईटी बनाई गई है।