- किसानों के नाम तोमर का खुला पत्र, कुछ संगठनों पर भ्रम फैलाने का आरोप
- कृषि सुधार कानून भारतीय कृषि में नये अध्याय की नींव बनेंगे : तोमर
- तोमर ने पत्र में सरकार द्वारा MSP पर फसलों की रिकॉर्ड खरीद का जिक्र किया
नई दिल्ली: कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों के नाम एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि ऐतिहासिक कृषि सुधारों का कई कृषि संगठनों ने स्वागत किया है, लेकिन इन कृषि सुधारों को लेकर कुछ किसान संगठनों में भ्रम पैदा किया गया है। देश का कृषि मंत्री होने के नाते मेरा कर्तव्य है कि हर किसान का भ्रम दूर करूं। तोमर ने 8 पन्नों का पत्र किसानों को लिखा है।
उनका कहना है कि मेरा किसानों से आग्रह है कि राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित कुछ लोगों द्वारा फैलाए जा रहे इस सफेद झूठ को पहचानें और इसे सिरे से खारिज करें। उन्होंने 8 बिंदुओं में समझाया है कि किसानों के बीच कौन-कौन से झूठ फैलाए गए हैं। इसके सामने उन्होंने सच बताया है।
इसके अलावा आखिर में उन्होंने अन्नदाताओं को 8 आश्वासन भी दिए हैं:
- MSP के बारे में सरकार लिखित आश्वासन देने को तैयार है।
- APMC के बाहर निजी बाजारों पर राज्य को कर लगाने की अनुमति दी जा सकती है।
- किसी भी प्रकार के विवाद के समाधान के लिए किसानों के पास अदालत में जाने का विकल्प भी होगा।
- राज्य को कृषि समझौते पंजीकृत करने का अधिकार होगा।
- कोई भी किसानों की जमीन पर कब्जाा नहीं कर सकता, क्योंकि यह कानून किसानों की भूमि के किसी भी तरह के ट्रांसफर, बिक्री, लीज और गिरवी की अनुमति नहीं देता है।
- कॉन्ट्रैसर्स किसानों की जमीन पर किसी भी तरह का स्थायी बदलाव नहीं कर सकते।
- कॉन्ट्रैसर्स को किसानों को जमीन पर उनके कसी भी अस्थायी निमार्ण के लिए लोन नहीं दिया जा सकता।
- स्थिति चाहे कुछ भी हो, लेकिन कानून किसानों की जमीन को जब्त किए जाने की किसी भी प्रक्रिया की अनुमति नहीं देता है।
यहां पढ़ें कृषि मंत्री का किसानों को लिखा हुआ पत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नरेंद्र सिंह तोमर के पत्र को शेयर करते हुए लिखा, 'कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने किसान भाई-बहनों को पत्र लिखकर अपनी भावनाएं प्रकट की हैं, एक विनम्र संवाद करने का प्रयास किया है। सभी अन्नदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे इसे जरूर पढ़ें। देशवासियों से भी आग्रह है कि वे इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं।'