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CDS रावत के बयान की ओवैसी ने की आलोचना, बोले- नीतियां बनाना प्रशासन का काम जनरल का नहीं

Updated Jan 17, 2020 | 10:42 IST

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हाल ही में दिए बयानों की तीखी आलोचना की है। जानिए उन्होंने क्या कहा-

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तस्वीर साभार:&nbspANI
एआईएमआईएम चीफ ओवैसी

हैदराबाद : हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के हाल ही में दिए गए एक बयान की जमकर आलोचना की। दरअसल जनरल बिपिन रावत ने हाल ही में कहा था कि कश्मीर में आतंकवाद से युवाओं को बचाने के लिए एक कड़ा कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए अमेरिका जैसे कदम उठाने की जरूरत है। वे हाल ही में अमेरिका का इरान में किए हमले की तरफ संकेत कर रहे थे।

उन्होंने कई सारे ट्वीट्स करते हुए अपनी बातें कही। उन्होंने कहा कि लिंच करने वालों को और उनके राजनीतिक आकाओं को कौन नेस्तनाबूद करेगा? असम के बंगाली मुस्लिम के लिए नागरिकता कानून का विरोध करने वालों का क्या? 'बदला' योगी और 'पाकिस्तान जाओ' मेरठ एसपी का क्या? लोगों पर एनपीआर-एनआरसी थोपने वालों का क्या?

क्या कहा था CDS रावत ने
उन्होंने आगे कहा कि बिपिन रावत के द्वारा दिया गया इस तरह का ये पहला बयान नहीं है। नीतियां नागरिक प्रशासन के द्वारा निर्धारित की जाती है ना कि कोई जनरल के द्वारा। पॉलिसी और पॉलिटिक्स पर अपना बयान देकर वे सिविलियन सुप्रीमेसी को नीचा दिखा रहे हैं। 

आतंकवाद को प्रयोजित करने वाले देशों के खिलाफ एफएटीएफ के तहत राजनयिक अलगाव और ब्लैकलिस्टिंग जैसे कदम उठाने जरूरी है। जनरल रावत ने आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका द्वारा उठाए गए जैसे कदमों की पैरवी की।

उन्होंने आगे कहा था कि 'मैं उस किसी भी देश के लिए बात कर रहा हूं जो आतंकवाद को बढ़ावा देता है। जो आतंकवाद को प्रयोजित करने के बाद भी स्वाकीर नहीं करते हैं उनके खिलाफ कार्यवाही जरूरी है। हम आतंकवाद को समाप्त कर सकते हैं लेकिन यह केवल उसी तरह हो सकता है जिस तरह से अमेरिकियों ने 9/11 के बाद शुरू किया था।

उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक युद्ध छेड़ दिया था।  जो कोई भी आतंकवाद को प्रायोजित करने का काम करेगा उसे आपको अलग-थलग करना होगा। बिना आतंकवाद की जड़ में पहुंचे यह समस्या खत्म नहीं होने वाली है। 

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