- दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता हुई खराब
- पीएम 2.5 और 10 के स्तर में इजाफा
- कंस्ट्रक्शन और पराली बताई जा रही है मुख्य वजह
नई दिल्ली। दिल्ली और एनसीआर की हवा अब धीरे धीरे जहरीली हो रही है। ठंड की दस्तक के साथ ही धुल के कण फिजां में स्थिर हो चुके हैं जिसकी वजह से अब आम लोग या खास हर किसी को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ तमाम निर्देशों के बाद भी कंस्ट्रक्शन का काम निर्बाध गति से जारी है तो दूसरी तरफ हरियाणा और पंजाब में पराली की वजह से भी प्रदूषण में इजाफा हुआ है।
सफर के मुताबिक दिल्ली में हवा का स्तर खराब श्रेणी में है। लोधी रोड केंद्र से जो आंकड़े मिले हैं उसके मुताबिक हवा में पीएम 2.5 की मात्रा 232 और पीएम 10 की मात्रा 233 है। बताया जा रहा है कि जैसे जैसे तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी प्रदूषण की मात्रा में और इजाफा होगा।
पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने की वजह से पिछले दो दिन में प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई है। नासा ने दिल्ली और एनसीआर इलाके की तस्वीर को साझा किया है जिसमें देखा जा सकता है कि प्रदूषण की परत दिल्ली और एनसीआर के आसमां को अपने गिरफ्त में ले चुकी है। पराली जलाने के मामले पहले अमृतसर, जालंधर और हरियाणा से आते थे।लेकिन इस दफा यह देखा जा रहा है कि दिल्ली और एनसीआर के काफी करीब यानि 100 से 150 किमी के दायरे में बिना रोकटोक पराली जलाई जा रही है।
जानकारों का कहना है कि ये बात सच है कि प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ साथ ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम को लागू किया गया है। लेकिन जिस तरह से प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए जमीन पर कार्रवाई होनी चाहिए उसमें किसी तरह का बदलाव नहीं दिख रहा है। सरकारी एजेंसियों के साथ साथ आम लोगों को भी आगे आना होगा। पंजाब में पराली जलाए जाने के संबंध में सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा था कि सरकार की पूरी नजर है। लेकिन किसानों को नुकसान से बचाने के लिए धान के समर्थन मूल्य में करीब 100 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।