- जब भी मिलेगी इजाजत पाक स्थित आतंकी कैंपों को कर देंगे तबाह- वायुसेनाध्यक्ष
- 'चीन के मुद्दे पर पहले ही सेनाध्यक्ष बात रख चुके हैं, अह विषय को बढ़ाने की जरूरत नहीं'
- रक्षा क्षेत्र में एफडीआई के बढ़ने से मेक इन इंडिया को और बढ़ावा मिलेगा।
नई दिल्ली। भारत के एक तरफ पाकिस्तान है तो दूसरी तरफ चीन है। पाकिस्तान की तरफ से नापाक हरकत होती रहती है तो चीन भी चालबाजी करता है। गर्मियों के मौसम में जब बर्फ पिघलना शुरू हो जाता है तो पाकिस्तान की जमीन पर कैंपों से आतंकी भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश करते हैं और पाकिस्तान की तरफ से उन्हें मदद भी दी जाती है। जब एयरफोर्स के चीफ आरकेएल भदौरिया से इस संबंध में पूछा गया कि क्या दोबारा आतंकी कैंपों पर एयर स्ट्राइक की जा सकती है तो उनका जवाब कुछ यूं था।
आतंकी कैंपों को कर देंगे तबाह
एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा हम किसी भी वक्त आतंकी कैंपों को तबाह कर सकते हैं। जब हमें ऐसा करने की अनुमति दी जाएगी तो निश्चित तौर पर हम अमल करेंगे। उन्होंने कहा कि हम 24 घंटे और सातों दिन तैयार हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना अपनी काबिलियत को समय समय पर दिखा चुकी है। एयरफोर्स पेशेवर अंदाज में अपनी जिम्मेदारियों को निभाती है। हमें जो भी जिम्मेदारी दी गई उस पर खरा उतरने की कोशिश की गई और खरे उतरे भी।
चीन के मुद्दे को तूल देने की जरूरत नहीं
चीनी घुसैपठ के बारे में उन्होंने कहा कि इस संबंध में सेनाध्यक्ष बयान दे चुके हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि इस विषय पर अब अधिक तुल देने की जरूरत नहीं है। बता दें कि हाल ही में चीन ने सिक्किम सीमा के साथ साथ लद्दाख में एलएसी के पास घुसपैठ की कोशिश की थी। लकिन उसे नाकाम कर दिया। फिर इस तरह की भी खबरें आईं कि हिमाचल प्रदेश के लाहुल स्पीति में भी इस तरह का मामला सामने आया। हालांकि इस विषय पर चीन ने सफाई दी कि घुसपैठ नहीं की गई थी। चूंकि सीमांकन विवाद की वजह से दोनों देश के सैनिक एक दूसरे के इलाकों में चले आते हैं।