- एके शर्मा ने की सीएम योगी और पीएम मोदी से गोपनीय मुलाकात
- पिछले साल ही पीएमओ से इस्तीफा देकर एमएलसी बने थे एके शर्मा
- वाराणसी में कोरोना की रोकथाम के लिए डेरा डाले हुए हैं शर्मा
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के विधान परिषद सदस्य और पूर्व आईएएस अरविंद कुमार शर्मा (AK Sharma) को लेकर फिर से अटकलों का बाजार गर्म है। दरअसल अरविंद कुमार शर्मा ने जब भाजपा ज्वॉइन की थी तभी से अटकलें लग रही थी कि उन्हें यूपी में बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी लेकिन उसके बाद कोरोना महामारी ने विकराल रूप ले लिया और योगी कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ। अब फिर से इसी तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
गोपनीय मुलाकात
दरअसल एके शर्मा काशी व पूर्वांचल के आसपास कोविड नियंत्रण से जुड़ी रणनीति बनाने व उसके क्रियान्वयन की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। काशी पीएम का संसदीय क्षेत्र है। शनिवार को उन्होंने सीएम योगी से उनके आवास पर गोपनीय मुलाकात की और इसके बाद वो दिल्ली के लिए रवाना हुए। एनबीटी के मुताबिक यहां उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की। हालांकि पीएम और सीएम से किस बाबत मुलाकात हुई उसे सार्वजनिक नहीं किया गया है।
कयास का दौर शुरू
पीएम मोदी के करीबी माने जाने वाले एके शर्मा कोविड की दूसरी लहर में लगातार सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। केवल वाराणसी ही नहीं बल्कि पूर्वांचल के अन्य 20 से ज्यादा जिलों में भी लगातार एक्टिव हैं। वाराणसी में कोरोना की रोकथाम को लेकर वह लगातार काशी में डेरा जमाए हुए और स्थित को काबू में करने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में बचा है कम समय
यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अब काफी कम समय बचा है ऐसे में सरकार लगातार अपने समीकरणों को दुरुस्त करना चाहती है। कोविड नियंत्रण को लेकर सीएम योगी का विशेष फोकस बना हुआ है। वहीं कैबिनेट में फेरबदल कर योगी कुछ नए चेहरों को मौका देकर अपने जातीय समीकरण भी फिट कर सकती है।