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सार्वजनिक जीवन में नरेंद्र मोदी के बेमिसाल 20 साल! अमित शाह ने कुछ यूं दी बधाई

Updated Oct 07, 2020 | 15:28 IST

तीसरी बार गुजरात का सीएम रहते हुए नरेंद्र मोदी ने साल 2014 का लोकसभा चुनाव वाराणसी से लड़ा। इस समय उनकी लोकप्रियता गुजरात और देश के हर हिस्से में थी।

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तस्वीर साभार:&nbspPTI
सार्वजनिक जीवन में नरेंद्र मोदी के बेमिसाल 20 साल! अमित शाह ने कुछ यूं दी बधाई।
मुख्य बातें
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सार्वजनिक जीवन के 20वें साल में आज प्रवेश कर गए
  • सात अक्टूबर 2001 में पहली बार गुजरात के सीएम बने, इसके बाद 2014 में पीएम बने
  • मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री रहते हुए मोदी ने गुजरात और देश के लिए कई ऐतिहासिक फैसले लिए

नई दिल्ली : गुजरात के मुख्यमंत्री और फिर उसके बाद प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी सार्वजनिक जीवन के 20वें साल में आज प्रवेश कर गए। सावर्जनिक जीवन में इस तरह की उपलब्धि हासिल करने वाले नरेंद्र मोदी देश के पहले नेता हैं। पीएम मोदी की इस उपलब्धि पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें बधाई दी। नरेंद्र मोदी सात अक्टूबर 2001 को पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद वह 2014 तक लगातार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। 

अमित शाह ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'सात अक्टूबर का दिन देश के इतिहास में काफी महत्वपूर्ण है। साल 2001 में इसी दिन नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसके बाद देश और लोगों की सेवा में नए कीर्तमान बनाने का जो सिलसिला चला वह कभी रुका नहीं। बिना थके बिना रुके नमो के 20 साल।' गुजरात में साल 2002, 2007 और 2012 में नरेंद्र मोदी सीएम के रूप में चुने गए।

2014 में पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा
तीसरी बार गुजरात का सीएम रहते हुए नरेंद्र मोदी ने साल 2014 का लोकसभा चुनाव वाराणसी से लड़ा। इस समय उनकी लोकप्रियता गुजरात और देश के हर हिस्से में थी। मोदी की यह लोकप्रियता देख भाजपा ने साल 2013 में उन्हें अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया। साल 2014 का चुनाव एनडीए नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ा और उसे प्रचंड बहुमत प्राप्त हुआ। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए को पिछली बार के मुकाबले ज्यादा सीटें मिलीं और नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के पीएम बने।

सीएम बनते ही कच्छ-भुज के भूकंप से हुआ सामना
गुजरात के सीएम रहते हुए मोदी ने प्रदेश का चौतरफा विकास किया।  गुजरात का सीएम बनते ही 2001 में कच्छ और भुज के भूकंप ने मोदी के नेतृत्व की एक बड़ी परीक्षा ली लेकिन वह इस प्राकृतिक आपदा से घबराए नहीं बल्कि इसका सामना दृढ़ इच्छाशक्ति से किया। मोदी ने अपनी लगन एवं निष्ठा के दम पर इस इलाके को एक बार फिर से खड़ा कर दिया। गुजरात के सीएम के रूप में उन्होंने राज्य की बुनियादी संरचनाओं एवं जरूरतों पर विशेष ध्यान दिया। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सड़क, बिजली, सड़क और पानी को जन-जन तक पहुंचाने के लिए उन्होंने कल्याणकारी योजनाएं चलाईं। 'वाइब्रेंट गुजरात' सम्मेलन के जरिए उन्होंने गुजरात के उद्योग एवं अर्थव्यवस्था को एक नईं ऊंचाई दी। 

देश खातिर लिए कई ऐतिहासिक फैसले
मई 2014 में देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने कई बड़े फैसले लिए। अपनी पहली कैबिनेट की बैठक में कालाधन वापस लाने का फैसला हुआ। इसके बाद अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए जीएसटी और नोटबंदी जैसे कदम उठाए। सामाजिक सुधार के लिए तत्काल तीन तलाक की कुप्रथा पर रोक लगाने के लिए तीन तलाक विधेयक पारित कराया। सर्जिकल स्ट्राइक एवं बालाकोट स्ट्राइक के जरिए उन्होंने एक मजबूत भारत की तस्वीर पेश की। दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद ने पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म करने के लिए ऐतिहासिक फैसला लिया। कोरोना संकट से लोगों और अर्थव्यवस्था को बचाने की उनमें चिंता दिखी। सीएम और पीएम के रूप में नरेंद्र मोदी ने भारतीय राजनीति के इतिहास में अपनी एक अलग छोड़ी है। 

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