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नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री ने मंगलवार को वर्चुअल रैली के जरिए पश्चिम बंगाल की जनता को संबोधित किया। इस मौके पर शाह ने कार्यकर्ताओं से पश्चिम बंगाल को 'सोनार बांग्ला' बनाने का आह्वान किया। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला वर्ष समाप्त होने पर शाह ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में भाजपा को 18 सीटें मिलीं। भाजपा के लिए ये सीटें काफी अहम हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल आंदोलन करने के लिए पश्चिम बंगाल में नहीं आई है। बल्कि भाजपा पश्चिम बंगाल को दोबारा 'सोनार बांग्ला' बनाना चाहती है।
'पश्चिम बंगाल जन संवाद रैली' में अमित शाह की मुख्य बातें
- ममता जी आप ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन को 'कोरोना वॉरियर्स' कहा। आपने प्रवासी मजदूरों का अपमान किया है। आपने उनके 'जले पर नमक छिड़का' है। प्रवासी मजदूर यह भूलेंगे नहीं।
- ममता जी तंज कसती हैं कि 'हम ठीक नहीं चला रहे तो आप संभाल लीजिए' तो मैं आपको कहना चाहता हूं कि बंगाल की जनता आपकी इच्छा बहुत जल्द पूरा करने वाली है। शाह ने आगे कहा कि ममता जी आप हमारा हिसाब मांगती हो, मैं तो हिसाब लेकर आया हूं। आपक कल एक प्रेस कांफ्रेंस करके अपने 10 साल का हिसाब दीजिएएगा।
- आयुष्मान भारत योजना का लाभ पूरे देश को मिल रहा है। यहां तक कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसे अपने यहां लागू कर लिया। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि वह इस योजना को पश्चिम बंगाल में क्यों नहीं लागू कर रही हैं।
- पश्चिम बंगाल में गरीब लोगों को मुफ्त एवं गुणवत्ता परक चिकित्सा सुविधा पाने का अधिकार नहीं है। मैं पूछना चाहता हूं कि यहां आयुष्मान भारत योजना का लाभ गरीबों को क्यों नहीं दिया जा रहा है? ममता जी से मैं कहना चाहूंगा कि वे गरीबों के अधिकारों पर राजनीति करना बंद करें। राजनीति करने के लिए बहुत सारे अन्य मु्द्दे हैं लेकिन गरीबों के स्वास्थ्य पर उन्हें राजनीति नहीं करनी चाहिए।
- ममता दीदी मुतआ समाज के लोगों ने आपका क्या बिगाड़ा है। बंगाल से आए शरणार्थियों के सम्मान का आप क्यों विरोध कर रही हैं। ममता दीदी शरणार्थियों का विरोध क्यों कर रही हैं। सीएए का विरोध ममता बनर्जी को बहुत महंगा पड़ेगा। बंगाल की जनता इसका जवाब चुनाव में देगी।
- जन संवाद रैली को संबोधित करते हुए कहा कि संपूर्ण देश में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हुई हैं लेकिन पश्चिम बंगाल ही एक मात्र ऐसा राज्य है जहां पर राजनीतिक हिंसा अभी भी होती है। हमारी सरकार बनने पर इस हिंसा को खत्म किया जाएगा। राज्य में राजनीतिक हिंसा में भाजपा के करीब 100 कार्यकर्ताओं ने अपनी जान गंवाई है।