- अयोध्या में पांच अगस्त को पीएम मोदी करेंगे राम मंदिर के लिए भूमि पूजन
- चार धाम सहित देश के अलग-अलग हिस्सों से लाए जा रही मिट्टी एवं जल
- ओवैसी ने कहा कि पीएम यदि व्यक्तिगत रूप से वहां जाते हैं तो आपत्ति नहीं
नई दिल्ली : ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि भूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भले ही अपना फैसला दे दिया लेकिन जब तक वह जीवित रहेंगे यह मुद्दा खत्म नहीं होगा। ओवैसी ने कहा कि वह अपनी आनी वाली पीढ़ियों को बताएंगे कि अयोध्या में क्या हुआ था। एक समाचार चैनल के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, 'कानूनी रूप से, इस मामले में देश की सबसे बड़ी अदालत से फैसला आया लेकिन यह मुद्दा तब तक खत्म नहीं होगा जब तक कि मैं जीवित हूं...मैं इस बारे में अपने परिवार, अपने लोगों और देश के लोगों को बताऊंगा कि छह दिसंबर 1992 से पहले वहां एक मस्जिद हुआ करती थी जिसे गिरा दिया गया...और मस्जिद यदि गिराई नहीं गई होती तो राम मंदिर के लिए आज वहां भूमि पूजन नहीं हो रहा होता।'
पांच अगस्त को राम मंदिर के लिए होगा भूमि पूजन
पांच अगस्त को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन पर ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वहां पीएम के रूप में नहीं जाना चाहिए लेकिन यदि वह व्यक्तिगत स्तर पर वहां जाना चाहते हैं तो वह जा सकते हैं। उन्होंने कहा, 'भारत के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को वहां नहीं जाना चाहिए क्योंकि प्रधानमंत्री का कोई धर्म नहीं होता। क्या भारत सरकार का कोई धर्म है? नहीं, क्या इस देश का कोई धर्म है? नहीं।'
'व्यक्तिगत स्तर पर पीएम यदि अयोध्या जाते हैं तो आपत्ति नहीं'
हैदराबाद के सांसद ने कहा कि नरेंद्र मोदी यदि अयोध्या पीएम के रूप में नहीं बल्कि यदि एक व्यक्ति के रूप में वहां जाते हैं तो इस पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री को देश को यह बताना चाहिए कि वह व्यक्तिगत रूप से अयोध्या जा रहे हैं और भूमि पूजन को लाइव प्रसारण नहीं होगा।' ओवैसी ने कहा कि मोदी यदि आधिकारिक रूप से अयोध्या का दौरा करते हैं तो इससे 'संविधान के शपथ' का उल्लंघन होगा।
भाजपा ने दी प्रतिक्रिया
वहीं, ओवैसी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि प्रधानमंत्री के पास किसी भी धार्मिक स्थल का दौरा करने का अधिकार है। यह आधिकारिक भी हो सकता है और व्यक्तिगत भी। उन्होंने कहा, 'हमें यह समझना चाहिए कि पीएम का अयोध्या दौरा खुद में ही एक सेक्युलर पहल है।' अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन और शिलान्यास होना है। मंदिर के लिए शिलान्यास एवं भूमि पूजन पीएम मोदी करेंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र इस कार्यक्रम की तैयारी में जुटा है। भूमि पूजन एवं शिलान्यास के लिए चार धामों सहित देश के अलग-अलग स्थानों से मि्टटी एवं जल अयोध्या पहुंचाया जा रहा है।