- भारत बॉयोटेक ने जारी किए तीसरे चरण के परीक्षण के नतीजे
- कोवैक्सीन को डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ भी पाया गया असरदार
- गंभीर कोविड रोगियों के खिलाफ 93% प्रभावी रही है कोविड वैक्सीन
नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई के बीच एक अहम खबर सामने आई है। भारत बायोटेक ने अपनी कोविड वैक्सीन COVAXIN के तीसरे चरण के ट्रायल नतीजे Covaxin की प्रभावकारिता 77.8% प्रभावी रही है। यूएस ड्रग डेवलपर ने शुक्रवार को कहा कि Ocugen के भारतीय साझेदार भारत बायोटेक द्वारा विकसित COVID-19 वैक्सीन को COVID-19 के गंभीर मामलों के खिलाफ 93.4% प्रभावी पाया गया है।
डेल्टा वैरियंट के खिलाफ भी असरदार
Covaxin को हल्के, मध्यम और गंभीर COVID-19 रोग में 77.8% की प्रभावी पाया गया जिसमें गंभीर कोविड रोगियों के लिए वैक्सीन की प्रभावकारिता 93.4% रही। भारत बायोटेक द्वारा किए गए चरण 3 के परीक्षण में, कोवैक्सीन को खतरनाक डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ भी 65.2% प्रभावी पाया गया है। इस चरण के परीक्षण के दौरान कुल 24,419 लोगों को शामिल किया था जिसमे से 12,221 लोगों को असली वैक्सीन की दोनों खुराकें दी गई थीं।
भारत बायोटेक ने अपने प्री-प्रिंट विश्लेषण में जो दावा किया गया उसके मुताबिक वैक्सीन की प्रभावकारिता इस प्रकार है-
- एसिम्प्टमैटिक- 63% प्रभावी
- हल्के, मध्यम और गंभीर मामले: 78% प्रभावी
- डेल्टा वैरियंट: 65% प्रभावी
- गंभीर कोविड -19 मामले: 93% प्रभावी
शानदार रहे नतीजे
परीक्षण के दौरान दो हफ्ते तक दोनों डोज लेने वाले लोगों पर नजर रखी गई। इसके बाद विश्लेषण में पाया गया कि करीब 17000 लोगों को दोनों डोज दी गई थी जिसमें से 130 को कोविड संक्रमण हुआ। इसमें केवल 24 लोग ऐसे थे जिन्हें दोनों डोज लगाने के बाद कोरोना वायरस हुआ था। ट्रायल के दौरान यह बात सामने निकलकर आई कि 60 साल से ऊपर के लोगों पर कोवैक्सीन 67.8% प्रभावी है और 60 साल से कम उम्र के लोगों पर 79.4% प्रभावी है।
टीकाकरण अभियान जारी
आपको बता दें कि भारत में इन दिनों तेजी से टीकाकरण अभियान चला हुआ है। मुख्य रूप से भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन तथा एस्ट्राजेनिका की कोविशील्ड के टीके लोगों को लगाए जा रहे हैं। रूसी वैक्सीन स्पुतनिक का भी टीका भारत में उपलब्ध हो गया है लेकिन अभी यह सीमीत संख्या में उपलब्ध है। रत सरकार ने इस महीने 37 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटीएस) के सरकारी और निजी अस्पतालों में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कवर करने वाले कोविड-19 टीकों की 12 करोड़ खुराक उपलब्ध कराने की योजना बनाई है।