- यशपाल आर्या दो बार उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
- चार बार विधायक उत्तराखंड में और दो बार यूपी में विधायक रह चुके हैं।
- यशपाल और उनके बेटे संजीव वर्ष 2017 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।
उत्तराखंड चुनावों से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा हैं, उत्तराखंड सरकार में परिवहन मंत्री यशपाल आर्या ने आज बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा हैं। यशपाल आर्या ने अपने बेटे संजीव आर्या जो नैनीताल से विधायक हैं उसके साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। पार्टी ज्वाइन करने से पहले उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात की। बता दें कि यशपाल और उनके बेटे संजीव वर्ष 2017 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। बीजेपी की सरकार बनने के बाद यशपाल को तोहफा देते हुए उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। अब फिर वो कांग्रेस में लौट रहे हैं।
दो बार उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं यशपाल आर्या
यशपाल आर्या दो बार उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं, चार बार विधायक उत्तराखंड में और दो बार यूपी में विधायक रह चुके हैं। जब 2013 में आपदा आई थी तब ये कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष थे और एसडीआरएफ की कमान इन्हीं के पास थी।
यशपाल आर्या कुमाऊं में बड़ा दलित चेहरा हैं
यशपाल आर्या कुमाऊं में बड़ा दलित चेहरा हैं उससे कांग्रेस को दलित वोट बैंक को साधने में फायदा मिलेगा। उत्तराखंड राजनीति के जानकारों की माने तो उत्तराखंड में ब्राह्मण और ठाकुरों के बाद सबसे बड़ा वोटबैंक दलितों का है, आर्या के कांग्रेस में आने से पार्टी को फायदा मिलेगा। यशपाल आर्या को कांग्रेस में शामिल करने का श्रेय हरीश रावत को दिया जा रहा हैं। इससे बतौर मुख्यमंत्री हरीश रावत की दावेदारी कांग्रेस में मजबूत होगी।
बीजेपी से नाराज चल रहे थे यशपाल आर्या
काफी समय से यशपाल आर्या बीजेपी से नाराज चल रहे थे, इनकी पार्टी में अनदेखी की जा रही थी, लंबे समय से मीडिया से दूरी बनाई हुई थी और उस नाराजगी के चलते यशपाल आर्या फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए।
मेरी घर वापसी हुई है, उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनाने आया हूं: यशपाल आर्य
यशपाल आर्य ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस की विचारधारा में बहुत फर्क है, मैं बीजेपी में असहज था। कांग्रेस ने मुझे सबकुछ दिया था। अब पार्टी में घर वापसी हो गई है मैं उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनाने आया हूं। उन्होंने कहा कि मेरी घरवापसी हो रही है, मैं बहुत सुकून महसूस कर रहा हूं। मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से हुई, मेरा राजनीतिक जीवन 40 साल का है। कांग्रेस मजबूत होगी तो लोकतंत्र मजबूत होगा। कोई लालसा नहीं है जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी वो करूंगा।
आने वाले दिनों में उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए चुनावी समर मुश्किल भरा हो सकता हैं क्योंकि कई नेता जो 2017 में विजय बहुगुणा की अगुवाई में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे वे वापस कांग्रेस रूख करते नजर आ रहे हैं। फिलहाल उत्तराखंड बीजेपी में सरकार में मंत्री हरक सिंह रावत और उमेश ताऊ भी पार्टी से नाराज चल रहे हैं।