नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए अपने प्रतियोगियों की पहली सूची जारी कर दी है। यह सूची पहले चरण में बिहार के 16 जिलों में होने वाली वोटिंग के लिए है। आरजेडी ने इस बार दो सिटिंग विधायकों को टिकट देने से इनकार कर दिया है। दरअसल उन पर बलात्कार के आरोप हैं। पार्टी ने चुनाव में इन दोनों विधायकों की जगह उनकी पत्नियों को टिकट दिया है।
विभा देवी नवादा विधानसभा सीट से राजद की उम्मीदवार हैं। नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोप में उसके पति राज बल्लभ यादव जेल में हैं। आरजेडी की दूसरी उम्मीदवार किरण देवी हैं, जिन्हें संदेश सीट से मैदान में उतारा गया है, जो बिहार के भोजपुर जिले में स्थित है। उनके पति अरुण यादव बलात्कार के मामले में आरोपी हैं और एक साल से फरार हैं।
आरजेडी ने महागठबंधन के अन्य सहयोगियों, कांग्रेस और वाम दलों के साथ अपने गठबंधन को अंतिम रूप देने के बाद पहली सूची जारी की है। राजद ने पड़ोसी राज्य झारखंड में अपने गठबंधन सहयोगी द्वारा रखी गई मांगों को मानने से इनकार कर दिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने कथित तौर पर बिहार में 15 सीटों की मांग की थी, लेकिन लालू प्रसाद यादव की पार्टी ने उसकी मांग को स्वीकार नहीं किया।
वहीं दूसरी तरफ बिहार के पूर्णिया जिले के केहाट थाना क्षेत्र में एक दलित नेता की हत्या मामले में आरजेडी नेता तेजस्वी प्रसाद यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव सहित छह लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। केहाट थाना क्षेत्र में रविवार सुबह नकाबपोश अपराधियों ने दलित नेता शक्ति मलिक के घर में घुसकर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने इस मामले में तेजस्वी प्रसाद यादव एवं तेजप्रताप यादव सहित कुल छह लोगों के खिलाफ केहाट थाने में प्राथमिकी दर्ज किए जाने की पुष्टि की है । मलिक की पत्नी ने राजनीतिक साजिश के तहत अपने पति की हत्या किए जाने का आरोप लगाया और कई नेताओं के नाम लिए। उन्होंने कहा कि उनके पति राजद से निकाले जाने के बाद एक निदर्लीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे।