- बिहार में लॉकाडाउन से छूट मिलने की अफवाहों पर बोले डीजीपी
- पुलिस अधिकारी ने कहा कि लोग बाहर आएंगे तो होगी कार्रवाई
- देश में तीन मई तक लागू है लॉकडाउन, बिहार भी है कोविड-19 की चपेट में
पटना : बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडे ने सोमवार को कहा कि राज्य में तीन मई तक लॉकडाउन से किसी भी तरह की छूट नहीं होगी। पुलिस अधिकारी ने कोरोना वायरस से जुड़ी प्रतिबंधों में ढील मिलने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि इस दौरान सभी लोगों को अपने घरों में रहने होगा। पुलिस अधिकारी ने कहा कि घर से यदि कोई निकलता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, 'लोगों के बीच यह अफवाह है कि 20 अप्रैल से लॉकडाउन में ढील मिलने जा रही है। मैं जोर देकर कहना चाहता हूं कि आज से किसी भी तरह की छूट मिलने नहीं जा रही है। लॉकडाउन का यह दौर तीन मई तक जारी रहेगा। सभी को अपने घरों में रहना है। लॉकडाउन में कोई छूट नहीं दी जा रही है।'
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'गृह मंत्रालय ने राज्य में कुछ सेवाओं एवं गतिविधियों के शुरू करने की इजाजत दी है। ऐसे में इन सेवाओं से जुड़े लोगों को बाहर निकलता देख आम आदमी यदि यह सोचता है कि लॉकडाउन में ढील दी गई है तो उसकी यह सोच गलत है। आम लोगों को अपने घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई है।' डीजीपी ने कहा कि फिर भी यदि कोई अपने घर से बाहर निकलेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बिहार कोविड-19 के अब तक 93 केस सामने आए हैं। इनमें से उपचार के बाद 42 लोगों को ठीक किया गया है जबकि 2 लोगों की मौत हुई है। वहीं, देश भर में कोविड-19 के संक्रमण की संख्या बढ़कर 17 हजार को पार कर गई है। इनमें से ढाई हजार से ज्यादा लोगों को उपचार के बाद ठीक कर दिया गया है। इस महामारी से अब तक 543 लोगों की जान जा चुकी है। रविवार को मुंगेर जिले में कोरोना के तीन नए केस मिले। अधिकारी इन तीन लोगों के संपर्क में आए लोगों की तलाश में जुटे हैं।