- पटना के कुर्जी मोहल्ला स्थित एक मस्जिद से पुलिस ने 10 विदेशी नागरिकों को हिरासत में लिया
- स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस ने कार्यवाही, मस्जिद में छिपे थे विदेशी नागरिक
- पुलिस ने विदेशी नागरिकों को जाच के लिए पटना स्थित एम्स भेजा
पटना: बिहार में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच सोमवार को उस समय हडकंप मच गया जब एक मस्जिद से 12 विदेशी नागरिक मिले। स्थानीय लोगों के हंगाम करने के बाद पहुंची पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया है। खबरों की मानें तो 12 में से 10 नागरिक किर्गिस्तान के हैं जो धार्मिक उपदेशक हैं। पुलिस ने कोरोना संबंधी जांच के लिए इन्हें एम्स में भेजा है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।
स्थानीय लोगों ने किया हंगामा
मामला पटना के कुर्जी के गेट नंबर 74 के पास स्थित मस्जिद का है जिसमें 12 विदेशी नागरिक छिपे थे। मोहल्ले के लोगों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया और किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। लोगों का कहना था कि एक तरफ देश में कोरोना फैला हुआ है और दूसरी तरफ यहां मस्जिद में विदेशी मुस्लिम नागरिकों को छिपाकर रखा गया है। इसके बाद पहुंची पुलिस ने किसी तरह स्थानीय लोगों को शांत करवाया और सभी को अपने साथ ले गई।
31 मार्च तक लॉकडाउन है बिहार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुये राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से 31 मार्च तक के लिये पूरे राज्य में लॉकडाउन करने का निर्णय किया है। इस बंदी के दायरे से आवश्यक एवं अनिवार्य सेवाओं को बाहर रखा गया है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में रविवार को कहा कि कोरोना वायरस से पूरी मानव जाति संकट में है।
बाहर से आ रहे राज्य के लोगों के लिए बिहार सरकार ने उठाया ये कदम
बिहार सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अन्य राज्यों से लौट रहे प्रदेशवासियों के रहने की अस्थाई व्यवस्था उनके गाँवों में स्थित विद्यालय भवनों में करे। सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने सोमवार को एक परिपत्र जारी कर सभी जिलाधिकारियों को कहा कि वे अन्य राज्यों से अपने गांव लौट रहे प्रदेशवासियों के फिलहाल रहने की अस्थाई व्यवस्था उनके गांवों के विद्यालय भवनों में करें।