अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर, जजला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश के गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग-205 (शशमला-कांगडा रोड) पर स्थित है। जनवरी 2019 से बिलासपुर में AIIMS अस्पताल के कंस्ट्रक्शन की शुरुआत हुई।
जो तकरीबन 98% बनकर तैयार हो गई। कई विभागों में उपचार शुरू हो चुका है। और कई विभागों में जल्द उपचार की प्रक्रिया शुरू होगी।
अस्पताल की खासियत
अस्पताल के अंदर अत्याधुनिक तकनीक से लैस सारे स्वास्थ्य संबंधित मशीन है जिससे अस्पताल के अंदर मरीजों को उपचार करने में काफी लाभकारी साबित होगा। आमतौर पर मरीज के टेस्ट कराने के लिए उसके सैंपल स्कोर एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में काफी समय लगता है जबकि इस अस्पताल के अंदर एक सैंपल वेक्यूम मशीन लगाया गया है जिससे उस मशीन पर सैंपल ट्यूब रखते हैं महज कुछ सेकंड्स में उस वेकम मशीन के जरिए वह सैंपल ट्यूब सीधा लवरेटरी पहुंच जाएगा
वही आमतौर पर अस्पतालों के भीतर हाइजीन को लेकर एक बड़ी समस्या दिखाई देती है जिसमें अक्सर मरीज के परिवारों द्वारा यश शिकायत की जाती है कि बेडशीट रोजाना बदले नहीं जाते जिसे देखते हुए इस अस्पताल के भीतर बेडशीट कलर कोड प्लान किया गया है जिसके मुताबिक हर दिन के अलग-अलग रंग के चादर होंगे
अस्पताल के भीतर बने ऑपरेशन थिएटर में आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं उसके साथ ही दीवारों पर मनमोहक प्राकृतिक तस्वीरें लगाई गई है जिससे मरीज को सकारात्मक ऊर्जा महसूस हो सके
AIIMS बिलासपुर को 3 चरणों में विकसित किया जा रहा है
वर्तमान में विकास चरण 1 में हो रहा है। जिसमें एम्स बिलासपुर 750 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा। सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस 15-20 सुपर स्पेशियलिटी विभाग होंगे। बाद के चरणों में स्वास्थ्य सेवा को और बढ़ाने के लिए एम्स बिलासपुर द्वारा हिमाचल प्रदेश और आसपास के राज्यों पंजाब और हरियाणा में सस्ती और विश्वसनीय तृतीयक स्तर की स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए विभिन्न सुपर स्पेशियलिटी विभागों के विस्तार के माध्यम से सेवाओं को व्यापक बनाने की संभावना है।
शैक्षणिक और प्रशासन ब्लॉक
पीएम मोदी ने शैक्षणिक और प्रशासनिक ब्लॉक के उद्घाटन किया। यह भवन मेडिकल छात्रों के लिए अत्याधुनिक शिक्षण सुविधाओं के साथ शैक्षणिक ब्लॉक के रूप में कार्य करेगा। इसमें अच्छी तरह से सुसज्जित, लैब म्यूजियम, सेमिनार-कम-लाइब्रेरी रूम, डेमोंस्ट्रेशन रूम, कार्यालय आदि के साथ एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री के प्री क्लिनिकल विभाग और पैथोलॉजी, फार्माकोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी, और कम्युनिटी एंड फैमिली मेडिसिन के पैरा- क्लिनिकल विभाग हैं। 120 लोगों की बैठने की क्षमता वाले चार व्याख्यान कक्ष, प्री-क्लिनिकल और पैरा- क्लिनिकल विभागों के प्रदर्शन कक्ष और छात्र प्रयोगशाला तैयार है।
पड़ोसी राज्यों को मिलेगा लाभ
हिमाचल प्रदेश के अंदर AIIMS के निर्माण से प्रदेश के लोगों में काफी खुशी देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि अमूमन हमें बड़े उपचार के लिए चंडीगढ़ या दिल्ली जाना पड़ता था। लेकिन अब हमें अपने राज्य में ही बेहतर उपचार मिलेगा। साथ ही पड़ोसी राज्यों के मरीजों को भी दिल्ली जाने के बजाय यहीं उपचार के लिये आ सकते हैं। AIIMS बिलासपुर के एक्जक्यूटिव डायरेक्टर डॉ वीर सिंह नेगी ने बताया कि एयर एंबुलेंस की सुविधा की तैयारी है। साथ ही प्रदेश के भीतर PSC के साथ मोबाइल पर 'टेली मिडीसीन' के ज़रिए डॉक्टरों को भी गाइड किया जा रहा है।