- सेना प्रमुख बिपिन रावत को चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के नए चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी गई है
- वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल बीएस धनोआ ने बिपिन रावत को यह जिम्मेदारी सौंपी
- धनोआ ने खुद इसी साल 29 मई को नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा से ये जिम्मेदारी ली थी
नई दिल्ली : सेना प्रमुख बिपिन रावत देश के नए चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (COSC) के प्रमुख बन गए हैं। वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल बीएस धनोआ ने शुक्रवार को उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी। अब तक धनोआ के पास यह प्रभार था। लेकिन वह 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, जिसके साथ ही COSC के चेयरमैन का पद भी रिक्त हो रहा है। यह जिम्मेदारी अब वरिष्ठ होने के नाते सेना प्रमुख बिपिन रावत संभालेंगे। वहीं, वायुसेना में धनोआ के रिटायर होने के बाद आरकेएस भदौरिया वायुसेना प्रमुख का पद संभालेंगे।
धनोआ ने यहां शुक्रवार को एक कार्यक्रम में रावत को COSC चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी। इस मौके पर नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह भी मौजूद रहे। यह समिति सेना से जुड़े सभी बड़े फैसले लेती है और इसकी अध्यक्षता तीनों सेना प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ अधिकारी को सौंपी जाती है। इसी के तहत यह जिम्मेदारी पहले धनोआ और फिर अब रावत को सौंपी गई है। धनोआ ने 29 मई को नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा से यह जिम्मेदारी ली थी।
नया पदभार मिलने के साथ ही सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को बधाई मिलनी भी शुरू हो गई है। बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ट्वीट कर उन्हें नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दी और भरोसा जताया कि वह सेना के सभी तीनों अंगों के बीच सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
क्या है COSC?
चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (COSC) के चेयरमेन के पास सेना के तीनों अंगों- थल सेना, वायु सेना और नौ सेना के बीच तालमेल सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी होती है। यह समिति देश के समक्ष मौजूद बाहरी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीति तैयार करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से अपने संबोधन में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CODS) की नियुक्ति करने का ऐलान किया था, जिसकी मांग देश में लंबे समय से होती रही है। कारगिल युद्ध के समय से ही यह मांग उठती रही है, जिसे लेकर अब प्रधानमंत्री ने घोषणा की है। यह व्यवस्था अमेरिका, चीन, यूनाइटेड किंगडम, जापान सहित दुनिया के कई देशों में है।