- ग्निपथ योजना के ऐलान के बाद बिहार में सबसे ज्यादा उग्र प्रदर्शन हुआ था ।
- भाजपा जहां स्कीम का समर्थन कर रही है, वहीं जद (यू) स्कीम के पक्ष में खड़ी नहीं दिखाई दे रही है।
- विरोध प्रदर्शन के दौरान कई भाजपा नेताओं के घरों पर तोड़-फोड़ हुई थी।
Agnipath Scheme: बिहार में अग्निपथ स्कीम को लेकर सरकार में साथी भाजपा और जद (यू) में खींचतान जारी है। ताजा मामला भाजपा के कोटे से राज्य में मंत्री नीरज कुमार सिंह के हालिया बयान का है। नीरज कुमार ने कहा है कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखकर मांग करेंगे कि वह अग्निवीरों को रिटायरमेंट के बाद, बिहार में फॉरेस्ट गॉर्ड की नौकरी में आरक्षण देने की व्यवस्था करें। नीरज कुमार का बयान ऐसे समय आया है, जब जद (यू) अग्निपथ स्कीम का विरोध कर रहा है। ऐसे में संभावना है कि जल्द ही जद (यू) के तरफ से कोई बयान आएगा।
भाजपा शासित कई राज्यों में आरक्षण का ऐलान
पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह के अनुसार , जिस तरह असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, अरूणाचल प्रदेश की सरकारों ने अग्निवीरों को सहयोग देने के लिए रिटायरमेंट के बाद कई सहूलियतों का ऐलान किया है। उसी तरह बिहार सरकार को भी कदम उठाना चाहिए। इसी कड़ी में मैं जल्द ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखूंगा। साथ ही पर्यावरण विभाग के अधिकारियों से कहा है, कि इस संबंध में विस्तृत नोट तैयार करें।
बिहार में दोनों दलों के बीच हो चुकी है तू-तू ,मैं-मैं
असल में 14 जून को जब अग्निपथ योजना के ऐलान के बाद बिहार में सबसे ज्यादा उग्र प्रदर्शन हुआ था। उपद्रवियों द्वारा कई ट्रेनें जला दी गई, वहीं बिहार में भाजपा के कार्यालय और नेताओं के घरों पर भी हमले किए गए हैं। उपद्रवियों ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के घर पर हमला कर तोड़-फोड़ की , वहीं डिप्टी सीएम रेणु देवी के आवास पर पथराव किया था इसके अलावा मधेपुरा में पार्टी कार्यालय पर भी हमला किया था। जिसके बाद संजय जायसवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश सरकार पर सीधे आरोप लगाकर उसके नीयत पर सवाल उठा दिए थे।
इसके बाद जनता दल (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लल्लन सिंह ने भी संजय जायसवाल के आरोपों पर हमला बोलते हुए कहा था कि युवा अपने भविष्य को लेकर चिंतित होकर विरोध कर रहे हैं । भाजपा को युवाओं से बात करने की बजाए प्रशासन पर आरोप लगा रही है।