नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को मिली हार पर राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने बड़ा बयान दिया है। रविवार को भाजपा नेता ने कहा कि कई नेताओं के अति आत्मविश्वास के कारण पार्टी हार गई, उनको लगने लगा था कि पार्टी को 170 से अधिक सीटें मिलेंगी।
पुरबा मेदिनीपुर जिले के चांदीपुर इलाके में पार्टी की एक बैठक में अधिकारी ने कहा कि इस धूर्तता और अति आत्मविश्वास के कारण उभरती जमीनी स्थिति की समझ में कमी आई है। टीएमसी से बीजेपी में आए सुवेंदु अधिकारी ने कहा, 'विधानसभा क्षेत्रों के इन हिस्सों में चुनाव के पहले दो चरणों में हमने अच्छा प्रदर्शन किया, इसलिए हमारे कई नेता आत्मविश्वास से लबरेज हो गए। उन्हें विश्वास होने लगा था कि बीजेपी को चुनाव में 170-180 सीटें मिलेंगी, लेकिन उन्होंने जमीनी काम नहीं किया। यह हमें महंगा पड़ा।'
उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर काम जारी रखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि लक्ष्य निर्धारित करना, जो वास्तविक था लेकिन कड़ी मेहनत की जरूरत थी।
TMC ने इस तरह दी प्रतिक्रिया
अधिकारी के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, 'सुवेंदु आसानी से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सामाजिक कल्याण परियोजनाओं, विकास की गति, भाजपा के दिग्गजों के खिलाफ जनादेश और सीएम और टीएमसी के खिलाफ लगातार अभियान को भूल गए हैं।'
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा मूर्खों के स्वर्ग में जी रही थी क्योंकि उनके कई नेताओं ने भविष्यवाणी की थी कि भगवा खेमा 200 सीटों को पार कर जाएगा। वह दूसरों में दोष क्यों ढूंढ रहे हैं? क्या सुवेंदु ने भी बार-बार यह दावा नहीं किया था कि उनकी पार्टी को कम से कम 180 सीटें मिलेंगी? दरअसल उन्हें नहीं पता कि बंगाल की नब्ज क्या है, ये तृणमूल को पता है।