कोविड की वजह से धार्मिक स्थलों को बंद किया गया था। लेकिन ऐहतियात के साथ धार्मिक स्थलों को खोला भी गया है। लेकिन झारखंड के देवघर से विधायक नारायण दास का कहना है कि बाबा बैद्यनाथ धाम के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। शासन -प्रशासन के सौतेले व्यवहार से बीजेपी एमएलए नारायण दास इतने नाराज हुए वो डमरू लेकर विधानसभा कैंपस पहुंच गए।
डमरू के जरिए बीजेपी विधायक का विरोध
डमरू बजाकर उन्होंने अपना विरोध जताया। जिस समय वो विधानसभा परिसर में डमरू बजा रहे थे लोग उत्सुकतावश उन्हें देख रहे थे कि आखिर डमरू बजाने का मकसद क्या है। नारायण दास ने कहा कि डमरू की आवाज से सोयी हुई सरकार को जगाने की कोशिश कर रहे हैं कि देवघर की जनता पर जुल्म ना करो। आखिर वो कौन सी वजह है कि बाबा बैद्यनाथ धाम को खोलने में दिक्कत आ रही है। अगर किसी तरह की दिक्कत है तो झारखंड सरकार क्यों नहीं संज्ञान ले रही है।
बाबा बैद्यनाथ धाम खोलने की मांग
देवघर से बीजेपी विधायक का कहना है कि डमरू बजाकर वो सरकार के ध्यान को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं कि बाबा बैद्यनाथधाम के साथ होने वाले भेदभाव को रोका जा सके। बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर ही नहीं बल्कि देश के लिए आस्था का केंद्र है। मंदिर रोजगार भी प्रदान करता है। मैं सरकार को तुरंत मंदिर खोलने की चेतावनी देने आया हूं, नहीं तो सत्र के बाद देवघर में लगातार विरोध प्रदर्शन होगा।