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Dhakad Exclusive: टी 'राजा' अंदर...दंगाई-पत्थरबाज बाहर कैसे ? ओवैसी ने दंगाइयों को छुड़ाया..सच क्या है ?

Updated Aug 26, 2022 | 00:04 IST

धाकड़ में आज बात AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की..वो भी इस सवाल के साथ कि क्या संविधान की दुहाई देने वाले ओवैसी पत्थरबाजों दंगाइयों के लिए रहमदिल हैं...

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हैदराबाद को क्या साजिश के तहत सुलगाया जा रहा है। क्या हैदराबाद में आने वाला जुमे का दिन तनावभरा होगा। लोगों के मन में ये आशंका इसलिए है क्योंकि पैगंबर साहब पर विवादित बयान देने वाले विधायक टी राजा सिंह को आज पुलिस ने दोबारा गिरफ्तार कर लिया...लेकिन आरोप है कि पिछले दो दिन से हैदराबाद में पत्थऱबाजी करने वाले, सर तन से जुदा का नारा लगाने वाले 90 उपद्रवियों को पुलिस ने एक बड़े नेता के दबाव में आकर छोड़ दिया...सच क्या है 

'राजा' अंदर...दंगाई-पत्थरबाज बाहर कैसे ?
वैसी ने दंगाइयों को छुड़ाया..सच क्या है ?
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हैदराबाद में हिंसा बुधवार को..टेंशन शुक्रवार को ?
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बहुत बड़ा खुलासा..सीधे हैदराबाद से रिपोर्ट

टी राजा सिंह को दो दिन पहले कोर्ट से जमानत मिली थी लेकिन गुरुवार की दोपहर पुलिस फिर से उनके घर पहुंची...और 72 घंटे में दूसरी बार राजा को गिरफ्तार कर लिया। वो भी बिना कोई नया कारण बताए हुए। 23 अगस्त को हैदराबाद पुलिस ने राजा को पहली बार गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें नामपल्ली कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत मिली थी, लेकिन बाद में चेतावनी देते हुए कोर्ट से बेल मिल गई थी...राजा ने इसके बाद गिरफ्तारी से ठीक पहले बयान जारी किया...फिर से अरेस्ट किये जाने की आशंका जताई...हैदराबाद में तनाव के पीछे विवादित स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी को जिम्मेदार बताया ..और TRS... AIMIM पर हमला बोला

इससे पहले हैदराबाद में क्या कुछ हुआ, ये भी सुनिए ...दो दिन से लगातार हैदराबाद में हिंसक प्रदर्शन हो रहे थे... प्रदर्शनकारी टी राजा की जमानत का विरोध कर रहे थे...गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इसी कड़ी में बुधवार की रात भी हैदराबाद में जमकर हिंसा हुई...शालिबांडा इलाके में देर रात बवाल हुआ...पुलिस पर हमला हुआ...जमकर पत्थरबाजी की गई...

सर तन से जुदा के नारे लगाए गए..। इन उपद्रवियों में कई बच्चे भी थे...जिसके बाद पुलिस ने इन पर कड़ा एक्शन लिया...लाठीचार्ज किया...और कुल मिलाकर अबतक के हिंसक प्रदर्शन में शामिल 90 आरोपियों को हिरासत में लिया...दावा किया कि हालात अब काबू में है...पुलिस ने माना कि उपद्रवियों का मकसद कुछ और था...लेकिन फिर सवाल उठता है कि ये जानते हुए भी पुलिस ने इसके बाद इन आरोपियों से नरमी क्यों दिखाई..जी हां...सही सुना आपने... टी राजा को दूसरी बार गिरफ्तार करने वाली यही तेलंगाना की पुलिस ने उन सभी 90 आरोपियों को एक पार्टी के दबाव में आकर छोड़ दिया...ये खुलासा चौंकाने वाला है

खबर है कि दो दिन तक पथराव करने वालों की तलाश के बाद पुलिस ने 90 आरोपियों को पकड़ा लेकिन फिर DCP साउथ जोन से AIMIM के नेता मिले..और ये पूरा खेल बदल गया... आरोप है कि हैदराबाद पुलिस ने ओवैसी की पार्टी के दबाव में आकर इन 90 उपद्रवियों को छोड़ दिया....

TIMES NOW नवभारत के पास इस बात के सबूत हैं कि दंगाइयों के साथ ओवैसी और उनकी पार्टी की हमदर्दी है...पहले आप ओवैसी का ये ट्वीट देखिए... जिसमें ओवैसी खुद कबूल रहे हैं कि उन्होंने हैदराबाद पुलिस से इन आरोपियों को छोड़े जाने को लेकर बात की थी-डीसीपी साउथ से मेरे कहने के बाद, शाह अली बांदा और आशा टॉकीज के पास विरोध करने वाले 90 युवाओं को रिहा कर दिया गया है। AIMIM विधायक अहमद बिन अब्दुल्ला बलाला और हमारे नगरसेवक पूरी रात स्थिति पर काबू पाने के लिए काम कर रहे हैं। मैं उनके और पुलिस के भी संपर्क में हूं।

ओवैसी ने ये बातें सिर्फ ट्विटर पर ही नहीं बताईं...बल्कि बुधवार रात हैदराबाद में जब आग लगी थी तो ओवैसी इस दौरान एक उपद्रवी से फोन पर बात कर रहे थे... उनकी रिहाई की कोशिश कर रहे थे... एक उपद्रवी से ओवैसी की ये बातचीत भी वायरल हुई

ओवैसी से इसीलिए पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने पुलिस के मामले में दखल देने की कोशिश क्यों की...पत्थरबाजों को... कानून को हाथ में लेने वालों को मासूम क्यों कहा?उनकी पार्टी ने पत्थरबाजों को छोड़े जाने की वकालत क्यों की...कानून पर भरोसे की बात करने वाले ओवैसी ने पुलिस को अपना काम करने से क्यों रोका....?

ओवैसी से पूछा जाना चाहिए कि टी राजा के गुनाहों को गिनाने वाले ओवैसी अपने भाई के बयानों पर क्या बोलेंगे...वही भाई अकबरुद्दीन, जिन्होंने हिंदू देवी देवताओं का खुलेआम अपमान किया, AIMIM की ऐसी कोशिशों और हरकतों से क्या इसके बाद हैदराबाद में अमन कायम रह पाएगा?...और क्या इसमें पुलिस भी उतनी ही दोषी नहीं...ये सवाल इसलिए भी पूछना चाहिए क्योंकि जिन पत्थरबाजों को पुलिस ने छोड़ा। क्या उनके हौसले इसके बाद और बुलंद नहीं हो जाएंगे...क्या वो इसके बाद ये नहीं सोचेंगे कि पुलिस उनका कुछ नहीं कर पाएगी क्योंकि ओवैसी दल बल के साथ उन्हें छुड़ाने पहुंच जाएंगे?
 

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