- विरोध की वजह से जाफराबाद, मौजपुर और बाबरपुर मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट बंद
- इन स्टेशन पर मेट्रो नहीं रुकेगी, ऐहतियातन डीएमआरसी ने लिया फैसला
- शाहीन बाग के संदर्भ में वजाहत हबीबुुल्लाह ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी थी रिपोर्ट
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शाहीन बाग के साथ साथ जाफराबाद इलाके में रविवार को प्रदर्शनकारी जुटे। बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने दिल्लू पुलिस को अल्टीमेटम दिया था कि वो इन प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाए। यदि ऐसा नहीं होता है वो उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। इस बीच दिल्ली मेट्रो ने जाफराबाद,, मौजपुर- बाबरपुर एंट्री-एग्जिट को रोक दिया है। इन स्टेशनों पर मेट्रो की ट्रेनें नहीं रुकेगी।
नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक इस कानून के विरोधी लोग जाफराबाद और चांदबाग से नहीं हटेंगे वो भी सड़क नहीं खाली करेंगे।
जाफराबाद की हालात की बात करें तो माहौल वहां तनावूपर्ण लेकिन नियंत्रण में है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि किसी भी प्रदर्शनकारी को उत्पात मचाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जहां तक प्रदर्शन की बात है कि नियमों के तहत प्रदर्शन किया जा सकता है। लेकिन जो लोग नियम के खिलाफ सड़क पर बैठेंगे या रोकेंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही अगर कोई शख्स हिंसा के लिए जिम्मेदार पाया जाएगा तो उसे कानूनी अंदाज में निपटा जाएगा।
अगर शाहीन बाग में प्रदर्शन की बात करें तो 72वें दिन महिलाओं का धरना जारी है। इससे पहले रोड नंबर 9 को प्रदर्शनकारियों ने खोल दिया था। लेकिन रोड नंबर 13 यानि फरीदाबाद, कालिंदीकुंज और नोएडा वाला रास्ता बंद है। शाहीन बाग में प्रदर्शन के संबंध में रविवार को वजाहत हबीबुल्लाह ने सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी थी जिसमें दिल्ली पुलिस की कार्रवाई और अकर्मण्यता को जिम्मेदार ठहराया गया था।