- शौनक सेन की 'ऑल दैट ब्रीथ्स' ने कान्स में जीता अवॉर्ड
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया और जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं शौनक सेन
- शौनक सेन कान्स में अवॉर्ड जीतने वाले दूसरे भारतीय
Cannes Film Festival 2022: फिल्म निर्माता शौनक सेन की 'ऑल दैट ब्रीथ्स' (All That Breathes) ने शनिवार को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री के लिए 2022 लऑइल डीओर (द गोल्डन आई) अवॉर्ड जीता। 'ऑल दैट ब्रीथ्स' दिल्ली के दो भाइयों मोहम्मद सऊद और नदीम शहजाद के जीवन के बारे में हैं, जो घायल पक्षियों, विशेष रूप से काली चील का बचाव कर उनका इलाज करते हैं। साथ ही इसमें दिखाया गया है कि कैसे पर्यावरण प्रदूषण चीलों को प्रभावित करता है और कैसे वो दिल्ली से अपनी दूरी बना रहे हैं। हाल ही में कान्स में स्पेशल स्क्रीनिंग सेगमेंट में 'ऑल दैट ब्रीथ्स' प्रीमियर हुआ था।
कान्स में अवॉर्ड जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं शौनक सेन
जूरी द्वारा 90 मिनट की लंबी फिल्म को विजेता चुना गया। इसमें पोलिश फिल्म निर्माता एग्निज़्का हॉलैंड, यूक्रेनी लेखक-निर्देशक इरिना त्सिलेक, फ्रांसीसी अभिनेता पियरे डेलाडोनचैम्प्स, पत्रकार एलेक्स विसेंट और मोरक्कन लेखक-फिल्म निर्माता हिचम फलाह शामिल थे। इस अवॉर्ड में उन्हें 5,000 यूरो (लगभग 4.16 लाख रुपए) का नकद पुरस्कार मिला है। लऑइल डीओर डॉक्यूमेंट्री अवार्ड को द गोल्डन आई अवार्ड के रूप में भी जाना जाता है। कान्स में अवॉर्ड जीतने वाले शौनक सेन दूसरे भारतीय हैं। इससे पहले पिछले साल पायल कपाड़ियां की 'ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग' ने लऑइल डीओर अवॉर्ड जीता था।
अमेरिका के सिनेमाघरों में रिलीज होने के बाद 90 मिनट लंबी ये डॉक्यूमेंट्री एचबीओ और 2023 में एचबीओ मैक्स पर उपलब्ध होगी। जामिया मिल्लिया इस्लामिया और जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाले शौनक सेन का कहना था कि बेहतरीन गुणवत्ता वाले विभिन्न कार्यक्रम दिखाने वाले एचबीओ के रोस्टर पर आकर उन्हें बहुत गर्व महसूस हो रहा है।