- उन्नाव गैंगरेप केस मामले में सीबीआई ने दायर की चार्जशीट
- पीड़िता के साथ विधायक ही नहीं बल्कि उसके बाद तीन और लोगों ने किया था गैंगरेप
- इस मामले में अगली सुनवाई 10 अक्टूबर को होगी, सेंगर फिलहाल जेल में है बंद
नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने उन्नाव गैंगरेप केस (Unnao Gang Rape Case) में जो चार्जशीट दायर की है उसमें तीन और लोगों के नाम शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक इन तीन लोगों ने 2017 में पीड़िता का गैंगरेप किया था। जिन तीन लोगों का नाम चार्जशीट में शामिल है उनके नाम नरेश तिवारी, बृजेश यादव सिंह और शुभम सिंह हैं और ये तीनों ही जमानत पर बाहर हैं।
चार्जशीट के मुताबिक, चार जून की घटना के बाद इन तीनों ने कथित तौर पर पीड़िता का अपहरण कर गैंगरेप किया था। यह मामला भाजपा से निष्कासित कुलदीप सिंह सेंगर द्वारा 4 जून, 2017 को उसके साथ कथित दुष्कर्म किए जाने की घटना से अलग है। शुभम सिंह की मां शशि सिंह कथित तौर पर पीड़िता को बहलाकर चार जून को विधायक के आवास पर ले गई थी।
जांच एजेंसी का कहना है कि गैंगरेप की इस घटना को बंगारमऊ से बर्खास्त भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के घर पर अंजाम दिया गया था। सेंगर फिलहाल जेल में बंद है। रेप पीड़िता को हाल ही में अस्पताल से छुट्टी मिली है। इस मामले की अगली सुनवाई 10 अक्टूबर के लिए सूचीबद्ध किया। इससे पहले जांच एजेंसी ने अतिरिक्त दस्तावेज दाखिल करने तथा अभियोजन पक्ष के समर्थन में बयान देने वाले गवाहों की सूची जमा करने के लिए समय मांगा था।
आरोप है कि 2017 में जब पीड़िता नाबालिग थी तो आरोप विधायक ने उसके साथ रेप किया। इसी साल 28 जुलाई को जब पीड़िता बरेली जा रही थी तो एक ट्रक ने रेप पीड़िता की कार को जोरदार टक्कर मार दी थी। उस दुर्घटना में उसकी मौसी और चाची दोनों की मौत हो गई थी जबकि उनका वकील गंभीर रूप से घायल हो गया था। कुछ दिन पहले ही पीड़िता ने अपने बयान में कहा था कि यह हादसा विधायक सेंगर की तरफ से कराया गया था। पीड़िता का पहले लखनऊ में ईलाज चला था जिसे बाद में एम्स में शिफ्ट किया था। कुछ दिन पहले ही पीड़िता को अस्पताल से छुट्टी मिली है।