- 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी
- खबरें हैं कि तब ढाई साल बाद सीएम बदलने का समझौता हुआ
- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत वाली सरकार है
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने के लिए दिल्ली में उनके आवास 10 जनपथ पहुंचे। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि मैं मैडम (सोनिया गांधी) से नहीं मिला, मैं प्रियंका जी (प्रियंका गांधी वाड्रा) से मिला। मैं अपने (राज्य) प्रभारी (पीएल पुनिया) के साथ-साथ केसी वेणुगोपाल से मिलूंगा।
बघेल ने कहा कि अगर कांग्रेस आलाकमान किसी और को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में रखने के लिए कहता है, तो ऐसा ही होगा। ढाई-ढाई साल के लिए राज्य का मुख्यमंत्री बनने के समझौते की अटकलों के बीच बघेल ने कहा, 'आलाकमान ने मुझे (मुख्यमंत्री के तौर पर) शपथ लेने का निर्देश दिया था, इसलिए मैंने शपथ ली। जब वे कहेंगे कि कोई और मुख्यमंत्री होगा तो ऐसा ही होगा। इस तरह के समझौते गठबंधन सरकार में होते हैं।'
10 जनपथ पर एक बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि वह उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, 'छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का तीन-चौथाई बहुमत है। मैं (कांग्रेस महासचिव) प्रियंका गांधी जी से मिला, अब (वरिष्ठ नेता) पीएल पुनिया जी से मिल रहा हूं। अगर आलाकमान मुझे यूपी में आगामी चुनाव की कोई जिम्मेदारी देता है, तो मैं यह करूंगा।'
मुख्यमंत्री बदलने का कोई फॉर्मूला नहीं: पुनिया
इस बीच, छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पुनिया ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि कुछ वर्षों के बाद मुख्यमंत्री बदलने का ऐसा कोई फॉर्मूला नहीं है। उन्होंने कहा, 'जैसा कि भूपेश बघेल जी ने भी इन बातों को साफ किया है। ऐसी कोई समझ या कोई फॉर्मूला नहीं है। ऐसे फॉर्मूले का कोई मतलब नहीं है क्योंकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के पास तीन-चौथाई बहुमत है। गठबंधन सरकारों में ऐसा समझौता होता है। छत्तीसगढ़ चल रहा है तीन-चौथाई बहुमत वाली सरकार के साथ।'