- 2014 लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी के साथ काम कर चुके हैं प्रशांत किशोर
- बाद में नीतीश कुमार के लिए भी काम किया, जेडीयू से जुड़े और फिर अलग हुए
- अरविंद केजरीवाल के लिए भी काम कर चुके हैं PK, अभी ममता बनर्जी के साथ जुड़े हैं
नई दिल्ली: राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार बन गए हैं। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा है, 'प्रशांत किशोर मेरे प्रमुख सलाहकार के रूप में मेरे साथ जुड़े हैं। पंजाब के लोगों की भलाई के लिए एक साथ काम करने के लिए तत्पर हैं।' पंजाब में अगले साल यानी 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। प्रशांत किशोर ने 2017 पंजाब विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के लिए काम किया था, तब पार्टी को सत्ता मिली और अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने।
पंजाब सरकार की तरफ जानकारी दी गई है कि पंजाब कैबिनेट ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्य सलाहकार के रूप में प्रशांत किशोर की नियुक्ति को मंजूरी दी और कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। प्रशांत किशोर अभी पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। उन्होंने दावा किया है कि टीएमसी की सत्ता में वापसी होगी।
2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के साथ काम करने वाले प्रशांत किशोर ने बाद मे जेडीयू, आप, YSRCP और डीएमके के साथ भी काम किया। वो जेडीयू से भी जुड़े लेकिन बाद में उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। 2013 में किशोर ने आम चुनाव की तैयारी के लिए एक मीडिया और प्रचार कंपनी, सिटीजन्स फॉर अकाउंटेबल गवर्नेंस (CAG) का निर्माण किया।
2015 में पीके और अन्य सीएजी सदस्यों ने विधानसभा चुनावों में बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरा कार्यकाल जीतने के लिए नीतीश कुमार के साथ काम करने के लिए I-PAC के रूप में फिर से काम किया। बाद में प्रशांत ने 2017 पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए और 2017 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के लिए काम किया।
इसके बाद उन्होंने 2019 में आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में जगनमोहन रेड्डी के लिए काम किया। 2020 में वो दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ रहे। अभी वो पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए टीएमसी और डीएमके के साथ काम कर रहे हैं।