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कंपनी इंडियन और मालिक चाइनीज... कर्ज, इश्कबाजी और जुए के खेल से चीनी भारत को लगा रहे चूना; बटोर रहे करोड़ों

शिशुपाल कुमार | Principal Correspondent
Updated Sep 11, 2022 | 00:36 IST

जांच के दौरान, ईडी को लोन, सट्टेबाजी और डेटिंग से संबंधित सौ से अधिक ऐसे ऐप मिले हैं, जो चीन से नियंत्रित होते हैं। अकेले बेटिंग ऐप के जरिए 1,300 करोड़ रुपये की कमाई की गई है।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है।
मुख्य बातें
  • 100 से ज्यादा ऐप ने भारत सरकार को लगाया चूना
  • ईडी की जांच में हुआ खुलासा
  • भारत में कमाई कर सीधे चीन भेजा जा रहा है पैसा

भारत को जितना खतरा चीन से सीमा पर है उतना ही देश के भीतर भी। चीनियों ने भारत में ऐसा जाल बिछा रखा है, जिससे जनता भी ठगा रही है और सरकार को भी करोड़ों का चूना लग रहा है। मतलब चीन भारत को आर्थिक तौर पर भी जबरदस्त नुकसान पहुंचा रहा है। ईडी की जांच में इसका खुलासा हुआ है।

क्या है पूरा खेल

ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि कुछ चीनी नागरिकों ने अवैध रूप से कई भारतीय कंपनियां बनाई हैं। जिसके सहारे हजारों करोड़ रुपये का राजस्व इकट्ठा किया और फिर इन पैसों को भारत सरकार से छुपा कर चीन लेकर चले गए। ईडी के सूत्रों के अनुसार, चार्टर्ड एकाउंटेंट की मदद से ये चीनी नागरिक हेराफेरी कर रहे हैं।

शुरू में डमी भारतीय डायरेक्टरों का इस्तेमाल करके कंपनियां बनाईं जाती हैं। कुछ समय बाद चीनी नागरिक भारत आते हैं और इन कंपनियों में डायरेक्टर बन जाते हैं। फिर अपना खेल शुरू कर देते हैं।

जांच में क्या पता चला

टीओआई के अनुसार इन चीन से संचालित कंपनियों की जांच के दौरान ईडी को ऋण, सट्टेबाजी और डेटिंग से संबंधित सौ से अधिक ऐसे ऐप मिले, जो चीन से नियंत्रित होते हैं। एजेंसी के अनुसार, सिर्फ सट्टेबाजी करने वाले ऐप्स ने 1,300 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है।

यहां से शुरू हुई जांच

ईडी ने एचएसबीसी बैंक में दो साल पहले चीन में अवैध धन ट्रांसफर के लिए चीनी सट्टेबाजी और डेटिंग ऐप से जुड़े 47 करोड़ रुपये को फ्रीज किया था। जिसके बाद ईडी ने एफआईयू (FIU) को इन लेनदेन की जानकारी नहीं देने के लिए पेटीएम, कैशफ्री और रेजरपे सहित कई पेमेंट गेटवे पर अपना ध्यान केंद्रित किया था। इस दौरान पिछले हफ्ते इन वॉलेट्स में 17 करोड़ रुपये की बरामदगी हुई, जो कथित तौर पर चीन लोन ऐप और संबंधित संस्थाओं के मालिकों के थे। ये ऐप भारत में जबरन वसूली में भी शामिल रहे हैं।

भारतीयों के सहारे वसूली

इस खेल में भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। भारतीयों को बैंक और व्यापार खाते खोलने के उद्देश्य से रखा जाता है। साथ ही बहुत अधिक ब्याज दर पर दिए गए लोन की वसूली भी इनसे करनाई जाती है। ऐसे कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।

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