नई दिल्ली: देश के तमाम हिस्सों में नागरिक संशोधन कानून का विरोध बढ़ता ही जा रहा है और इसके विरोध की आग तीव्र होती जा रही है, शुक्रवार को देश के तमाम हिस्सों से इसके विरोध की खबरें सामने आईं। यूपी में कानपुर समेत कई जिलों में प्रदर्शन के दौरान हिंसा के चलते 6 लोगों की मौत हो गई।
वहीं उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालय को एहतियातन शनिवार को बंद रखने का निर्देश दिया गया है। कानपुर, फिरोजाबाद और बहराइच, मुजफ्फरनगर, गोरखपुर, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद और हापुड़ जिले में भी पथराव हुआ।
उत्तर प्रदेश के कई शहरों, कर्नाटक के कुछ शहरों एवं राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट तथा एसएमएस सेवाओं पर रोक लगा दी गयी है। वहीं राजधानी दिल्ली में तो इसको लेकर शुक्रवार को प्रदर्शन बेहद हिंसक हो गया यहां के दरियागंज इलाके में एक बार फिर हिंसा भड़क गई। यहां उपद्रवी भीड़ ने वाहन में आग लगा दी और दिल्ली गेट इलाके में पथराव किया।
दिल्ली में भी हजारों लोगों ने रैलियां निकालीं तथा शाम होते होते यहां भी हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए जिसमें आगजनी भी हुई है। जिसके बाद पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।
दिल्ली के कुछ मेट्रो स्टेशनों को बंद किया गया था। केंद्रीय सचिवालय, चावड़ी बाजार,चांदनी चौक, राजीव चौक, देहली गेट, लाल किला, जामा मस्जिद, खान मार्केट, जनपथ, प्रगति मैदान मंडी हाउस, जामिया मिलिया इस्लामिया, जाफराबाद, मौजपुरस बाबरपुर शिव विहार पर मेट्रो सेवा बंद रहे थे,दरियागंज इलाके में पुलिस पर प्रदर्शनकारियों की तरफ से जबरदस्त पथराव किया गया। दो कारों को आग के हवाले भी कर दिया गया।
दिल्ली में विरोध प्रदर्शनों का केंद्र जामा मस्जिद के आस-पास के इलाके थे जहां मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया।
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद हाथ में संविधान की प्रति पकड़ जामा मस्जिद से जंतर मंतर तक के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे लेकिन दिल्ली गेट इलाके में उन्हें रोक दिया गया जहां बड़ी संख्या में अवरोधक लगाए गए थे।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी अपनी बेटी मिराया के साथ प्रदर्शन में शामिल होने शाम को इंडिया गेट के पास स्थित मैदान में पहुंचीं। यह दूसरा मौका है जब कांग्रेस नेता इस हफ्ते नए कानून के खिलाफ प्रदर्शन के लिये इंडिया गेट पहुंचीं।
UPTET Exam 2019 हुए स्थगित
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) परीक्षा उत्तर प्रदेश सरकार ने CAB के विरोध के चलते स्थगित कर दी गई है। 22 दिसंबर को होना वाली इस परीक्षा में 16 लाख से ज्यादा छात्र बैठने वाले थे। यूपीटीईटी प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 1076336 जबकि उच्च प्राथमिक के लिए 569174 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। परीक्षा संपन्न कराने के लिए 1986 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
उत्तर प्रदेश का पूरा सरकारी महकमा इस परीक्षा की तैयारियों में जुटा था। राज्य के सभी जिलों में गाइड लाइन भेज दी गई थी। उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को शुचितापूर्ण, नकलविहीन और शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा कराने के निर्देश भेजे गए थे।