नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ असम में व्यापक विरोध-प्रदर्शन देखा जा रहा है। गुवाहाटी में अनिश्चिकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। डिब्रूगढ़ में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगाया गया है और जोरहाट में सेना बुलाई गई है। सेना मुख्यालय पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है। गुवाहाटी में सेना को और त्रिपुरा में असम राइफल्स के जवानों को तैनात कर दिया गया है। वहीं प्रदर्शनकारियों ने असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के डिब्रूगढ़ स्थित आवास पर पथराव किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने चबुआ और पानिटोला रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ की और वहां की संपत्तियों में आग लगा दी। डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया रेलवे स्टेशनों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। असम में हजारों लोग बिल के विरोध में सड़कों पर आ गए हैं। कई जगह आगजनी की खबरों के बीच प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए। इसके अलावा असम के दुलियाजान में केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली के घर पर हमला किया गया और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
विरोध के बीच संसद ने नागरिकता संशोधन विधेयक को पारित कर दिया है। सोमवार को बिल लोकसभा से पास हुआ और बुधवार को राज्यसभा से पारित हो गया।
प्रदर्शन को देखते हुए असम के 10 जिलों (लखीमपुर, धेमाजी, तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, चराइदेव, शिवसागर, जोरहाट, गोलाघाट, कामरूप (मेट्रो) और कामरूप) में बुधवार की शाम सात बजे से 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी। त्रिपुरा में भी मंगलवार दोपहर दो बजे से 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।
प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसूगैस के गोले दागने और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। सचिवालय के सामने कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, जोरहाट और अन्य स्थानों पर सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया गया। टायर जलने की घटनाएं और छोटे-छोटे विरोध प्रदर्शन हर 500 मीटर पर हो रहे हैं। 6-7 बसों के जलने की खबरें आ रही हैं।
विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर गुवाहाटी विश्वविद्यालय, कॉटन यूनिवर्सिटी और डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय ने बुधवार को होने वाली अपनी परीक्षाएं स्थगित कर दीं। वहीं सीमांत रेलवे ने बुधवार को कई ट्रेनें रद्द कर दी और राज्य से चलने वाली कई ट्रेनों की समय-सारिणी बदल दी। कम से कम 14 ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है या गंतव्य स्थान से पहले ही रोक दिया गया है या फिर उनके रास्ते बदल दिए गए हैं।