- एनसीबी ने जहाज पर मादक पदार्थ मामले में आरोप पत्र दाखिल किया
- इस मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था
- आरोपपत्र में आर्यन खान को दी क्लीन चिट
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) द्वारा बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को क्रूज मामले में क्लीन चिट दिए जाने की सराहना करते हुए एनसीपी ने शुक्रवार को पूछा कि उसे (आर्यन) हुए आघात के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा। यह भी कहा कि एनसीबी के तत्कालीन जोनल निदेशक समीर वानखेड़े इस देश के लोगों के प्रति जवाबदेह हैं।
वहीं कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पूरा मामला महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार को गिराने के लिए एक बड़ी साजिश का हिस्सा था, जिसमें वह शिवसेना और एनसीपी के साथ सत्ता साझा करती है।
एनसीबी ने शुक्रवार को आर्यन खान को अक्टूबर 2021 के 'ड्रग्स ऑन क्रूज' मामले में क्लीन चिट दे दी है। एनसीबी ने इस मामले में पिछले साल 3 अक्टूबर को आर्यन खान को गिरफ्तार किया था और जमानत मिलने के बाद उन्हें उसी महीने जेल से रिहा कर दिया गया था। मुंबई की एक अदालत में चार्जशीट दाखिल करने वाले एनसीबी के अधिकारियों ने कहा कि आर्यन खान और पांच अन्य का नाम पर्याप्त सबूतों की कमी के कारण नहीं रखा गया।
महाराष्ट्र सरकार को गिराने की थी साजिश: कांग्रेस
NCP के प्रवक्ता क्लाइड क्रेस्टो ने कहा कि अगर आर्यन खान साफ थे, तो वह दागी क्यों थे? मकसद क्या था? इस युवक को हुए आघात के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा? कई सवाल उठते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंधे ने कहा कि आखिरकार सच्चाई की जीत हुई। हम पहले दिन से कह रहे थे कि यह मामला महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को अस्थिर करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा था। राकांपा के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि एनसीबी का आर्यन खान को क्लीन चिट देना साबित करता है कि महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक सही थे जब उन्होंने कहा था कि मामला फर्जी है।
Aryan Khan : ड्रग केस में आर्यन खान को 'क्लीन चिट', NCB ने कोर्ट में दाखिल की चार्जशीट
नवाब मलिक ने उठाए थे समीर वानखेड़े पर सवाल
तापसे ने कहा कि मलिक ने जो कुछ भी कहा था, वह सही साबित हुआ। गवाहों ने दावा किया था कि उन्हें सादे कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया था और इसमें वित्तीय लेनदेन भी जुड़ा था। समीर वानखेड़े इस देश के लोगों के प्रति जवाबदेह हैं। नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के काम और उनके चरित्र पर गंभीर सवाल उठाए। हम हमेशा कहते रहे हैं कि एनसीबी बहुत ही विश्वसनीय संगठन है जिसका अतीत त्रुटिहीन है। लेकिन हाल के दिनों में जिस तरह से चीजें हो रही थीं, उससे संगठन के कामकाज पर सवालिया निशान लग गया।