- सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह का दिल्ली के एम्स में निधन
- 89 वर्ष के आनंद सिंह को किडनी और लीवर की थी बीमारी
- पिता के अंतिम संस्कार में नहीं शामिल होंगे सीएम योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने पिता के अंतिम संस्कार में नहीं शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से 23 करोड़ जनता की जिंदगी दांव पर है। सीएम ने कहा कि इस समय उनके लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता प्रदेश को कोरोना के दंश से बचाना है। उनके लिए इस जिम्मेदारी का निर्वहन करना ज्यादा जरूरी है।
सीएम ने अपने पिता को इस तरह दी श्रद्धांजलि
अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख एवं शोक है। वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता हैं, जीवन में ईमानदारी, कठोर एवं निस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया। अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी परंतु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाउ देश की लड़ाई तो उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण मैं न कर सका।
कल 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लॉकडाउन की सफलता तथा महामारी कोरोना को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं। पूजनीया मां, पूर्वाश्रम से जुड़े सभी सदस्यों से अपील है कि वे लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग अंतिम संस्कार कार्यक्रम में रहें। पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमम करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं। लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा।
लीवर और किडनी की थी बीमारी
सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता को लिवर और किडनी की बीमारी थी और उन्हें इलाज के लिए दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया। सोमवार सुबर करीब पौने ग्यारह बजे उन्होंने 89 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। जिस समय उनका निधन हुआ योगी आदित्यनाथ टीम 11 के साथ कोरोना से उत्पन्न हालात की समीक्षा कर रहे थे। अधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी। लेकिन बैठक खत्म होने के बाद ही वो अपनी सीट से उठे।