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Power Crisis : कोयला मंत्री का भरोसा-घबराएं नहीं, बिजली संकट पर है हमारी नजर  

Updated Apr 29, 2022 | 22:39 IST

Power Crisis in India: केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कोयले को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। हम स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दादरी की 11 यूनिटों एवं ऊंचाहार बिजली संयंत्र अपनी पूरी क्षमता के साथ चल रहे हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspANI
कोयला मंत्री का भरोसा-घबराएं नहीं,बिजली संकट पर है हमारी नजर।

Power Crisis : देश के कई राज्यों में उपजे बिजली संकट पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को कहा कि बिजली ताप संयंत्रों में 21.5 मिलियन टन कोयले का स्टॉक मौजूद है। कोयले को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। हम स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दादरी की 11 यूनिटों एवं ऊंचाहार बिजली संयंत्र अपनी पूरी क्षमता के साथ चल रहे हैं। यहां 2.3 लाख टन कोयले का भंडार है जिसे रोजाना भरा जा रहा है। जबकि कोयला कंपनियों के पास करीब 73 मिलियन टन कोयले का भंडार है। देश भर में 7 से 10 दिनों तक जो भी कोयला का भंडार है, उन सभी कारखानों को रोजाना भरा जा रहा है।

कई राज्यों में पैदा हुआ बिजली संकट
कोयले की कमी की वजह से कई राज्यों में बिजली संकट पैदा हो गया है। पर्याप्त मात्रा में बिजली न मिलने से राज्यों में कई-कई घंटों तक लोडशेडिंग हो रही है। बिजली न मिलने की वजह से लोगों को गर्मी में काफी परेशानी हो रही है। हालांकि, बिजली ताप केंद्रों में कोयले की कमी न हो इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। बिजली उत्पादन संयंत्रों में कोयले की कमी न हो इसके लिए रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। 

रेलवे ने 657 ट्रेनों के ट्रिप्स रद्द किया
रेलवे ने कोयला ले जाने वाली ट्रेनों में देरी न हो इसके लिए उसने ट्रेनों के 657 ट्रिप्स रद्द करने का फैसला किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक करीब 509 मेल/एक्सप्रेस और 148 मेमू ट्रेन सेवाओं को रद्द किया गया है। अप्रैल में गर्मी अत्यधिक बढ़ने से पूरे देश में बिजली की मांग बढ़ गई है। बिजली की मांग एवं आपूर्ति बिगड़ने से राज्यों को बिजली कटौती करनी पड़ रही है। कोयले संकट के पीछे यूक्रेन-रूस युद्ध को भी एक वजह बताया जा रहा है। यही नहीं, कुछ बिजली संयंत्र अपनी पूरी क्षमता के साथ नहीं चल रहे हैं।   

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