- इस सरकार में ऐसे कानून बन रहे हैं जिससे देश का संविधान खतरे में है। यह विभाजनकारी है: प्रियंका गांधी
- अर्थव्यवस्था बर्बाद करने के लिए पीएम मोदी और अमित शाह को माफी मांगनी चाहिए। हमारी शक्ति अर्थव्यवस्था थी: राहुल गांधी
- देश को बचाने का समय आ गया है और हमें इसके लिए काफी संघर्ष करना होगा : सोनिया गांधी
नई दिल्ली: कांग्रेस ने शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में 'भारत बचाओ' रैली की। मोदी सरकार के खिलाफ इस रैली में कांग्रेस के कई शीर्ष नेता शामिल हुए। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह रैली में शामिल हुए। रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, 'किसी भी व्यक्ति, समाज और देश की जिंदगी में कभी-कभी ऐसा वक्त आता है कि उससे इस पार या उस पार का फैसला लेना पड़ता है। आज वही वक्त आ गया है, देश को बचाना है तो हमें कठोर संघर्ष करना होगा। आज माहौल ऐसा है कि जब मर्जी होती है वो एक अनुच्छेद लागू करते हैं, एक अनुच्छेद को रद्द कर देते हैं तो कभी एक राज्य की स्थिति को बदल देते हैं। जब भी उनका मन करता है, वे बिना किसी बहस के राष्ट्रपति शासन और विधेयकों को पारित कर देते हैं।'
उन्होंने कहा कि मोदी-शाह को इस बात की बिल्कुल भी चिंता नहीं है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम भारत की आत्मा को झकझोर देगा, जैसा कि असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में हो रहा है। मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण छोटे व्यापार बर्बाद हो गए, ऐसे दुकानदार आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गए। क्या इसकी जांच नहीं होनी चाहिए कि कालाधन वापस क्यों नहीं लाया गया, जैसा कि वादा किया गया था।
सोनिया गांधी ने कहा, 'बेरोजगारी का माहौल है, युवा नौकरी के लिए भटक रहे हैं। किसान की परेशानी बढ़ गई है। उन्हें खेती के लिए सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। आज तो अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा माहौल है। पूरा देश पूछ रहा है कि सबका साथ, सबका विकास कहां है?'
उनसे पहले राहुल गांधी ने कहा, 'बीजेपी ने मुझसे कहा कि मैं अपने बयान (रेप इन इंडिया) के लिए माफी मांगू। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है। मेरा नाम राहुल गांधी है। मैं सत्य के लिए कभी माफी नहीं मांगूंगा। मोदी और उनके सहायक अमित शाह को देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के लिए माफी मांगनी होगी।'
राहुल ने कहा, 'आज जीडीपी की वृद्धि 4% है, वह भी तब जब उन्होंने (भाजपा) जीडीपी को मापने का तरीका बदल दिया। अगर जीडीपी को पिछली पद्धति के अनुसार मापा जाता है, तो यह सिर्फ 2.5% होगा। जो काम दुश्मनों ने नहीं किया, वो मोदी ने किया। मोदी ने देश को बांटने और कमजोर करने का काम किया। अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। मोदी सिर्फ मार्केटिंग करते हैं। पूर्वोत्तर को जला दिया है। सत्ता के लिए पीएम मोदी कुछ भी कर सकते हैं। देश की आत्मा पर हमला किया जा रहा है, डराया जा रहा है। अर्थव्यवस्था इस देश की शक्ति थी। कांग्रेस बब्बर शेर है, किसी से नहीं डरती। देश आज की स्थिति को जानता है।'
रैली में प्रियंका गांधी ने कहा, 'ये रैली देश बचाने के लिए है। हमें इस देश को बचाना है। मोदी सरकार में रोजगार बढ़ने की बजाए घट रहा है। ना समानता का अधिकार बचा, ना सम्मान का। महंगाई लगातार बढ़ रही है। जीडीपी पाताल में चली गई है। मोदी सरकार में प्याज 100 रुपए किलो मुमकिन है। अगर देश को बचाना है तो हमें खड़ा होना होगा। ये लोग बाबा साहेब के संविधान को खत्म कर देंगे। अगर हम चुप रहे तो संविधान खत्म हो जाएगा, फिर हम भी बीजेपी, आरएसएस जितने गुनाहगार होंगे।'
उन्नाव की घटना का जिक्र करते हुए प्रियंका ने कहा, 'यूपी में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। उन्नाव पीड़िता के पिता को देख मुझे मेरे पिता की याद आ गई। पीड़िता को जिंदा जला दिया गया। इस देश की मिट्टी में मेरे पिता का खून है। हर बस स्टॉप, हर अखबार पर दिखता 'मोदी है तो मुमकिन है।' असलियत ये है कि बीजेपी है तो 100 रुपए की प्याज है, बीजेपी है तो 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी मुमकिन है, बीजेपी है तो 4 करोड़ नौकरियां नष्ट होना मुमकिन है, भाजपा है तो 15 हजार किसानों की आत्महत्या मुमकिन है, भाजपा है तो ऐसे कानून बन रहे हैं जो हमारे संविधान के खिलाफ हैं।'
रैली में पी चिदंबरम ने कहा, '6 महीने में मोदी सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। फिर भी मंत्री को कुछ भी समझ नहीं आ रहा है। कल वित्त मंत्री ने कहा कि सब कुछ ठीक है, हम दुनिया में शीर्ष पर हैं। केवल एक चीज जो उन्होंने नहीं कही- अच्छे दिन आने वाले हैं।'
रैली से पहले राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'आज दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में कांग्रेस पार्टी की ओर से आयोजित भाजपा सरकार की तानाशाही, I.C.U में पहुंचा दी गई अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र की हत्या के विरोध मे जनसभा को संबोधित करूंगा।'