- विपक्ष को एकजुट करने की कवायद है ये मीटिंग
- हाल ही में ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी
- विपक्ष के कई बड़े चेहरे बैठक में शामिल होंगे
रंजीता झा (स्पेशल कॉरेस्पॉन्डेंट)
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कल शाम 4 बजे विपक्षी पार्टियों की वर्चुअल बैठक बुलाई है। बैठक में विपक्ष के कई नेता और बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु व झारखंड समेत कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। विपक्षी दलों में एकता बनाने और देश के ज्वलंत मुद्दों पर संयुक्त रणनीति बनाने को लेकर ये बैठक अहम मानी जा रही है।
सूत्रों की माने तो बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राजद नेता तेजस्वी यादव को सोनिया गांधी ने बहुत पहले बैठक में शामिल होने को लेकर फोन किया था। इसके अलावा कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कैप्टन अमरिंदर सिंह, भूपेश बघेल भी इस वर्चुअल बैठक में शामिल होंगे। सोनिया गांधी इस बैठक के माध्यम से विपक्षी एकजुटता को दिखाने की कोशिश करेंगी साथ ही 2024 को लेकर भी अभी से रणनीति बनाने की पहल की जाएगी। हालांकि इस पहल की शुरुआत उसी वक्त से ही मानी जा रही है जब पश्चिम बंगाल चुनाव में जीत के बाद ममता बनर्जी दिल्ली आईं थीं। अपने दिल्ली दौरे में ममता ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ के अलावा दूसरे नेताओं से भी ममता बनर्जी की मुलाकात हुई थी। इस बैठक के बाद दोनों नेताओं ने एक साथ काम करने की बात कही थी।
संसद के मानसून सत्र में राहुल गांधी ने भी विपक्षी एकजुटता दिखाने की कोशिश की थी
संसद के मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी विपक्षी दलों के नेताओं नाश्ते पर बुलाया था। इसमें मोदी सरकार को घेरने की रणनीति पर विचार हुआ था। कांग्रेस और तमाम दलों ने महंगाई, पेगासस, बेरोजगारी समेत दूसरे मुद्दों पर मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। अब, सोनिया गांधी ने 20 अगस्त को विपक्षी दलों की वर्चुअली मीटिंग बुलाकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने की कवायद तेज कर दी है।
सिब्बल के डिनर के बाद बनी सोनिया की बैठक की रणनीति
वहीं इन सबके बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की ग्रुप-23 के नेता कपिल सिब्बल ने अपने सरकारी आवास पर डिनर रखा, जिसमें विपक्ष के कई बड़े नेता शामिल हुए। डिनर पर्सनल बताया गया लेकिन नेताओं ने वहां बातें सिर्फ राजनीतिक की कीं। डिनर में वो पार्टियां भी शामिल हुईं जो अमूमन कांग्रेस से दूरी बनाए रखती हैं। अकाली दल, BJD, TRS, YSR कांग्रेस के सांसदों ने उस डिनर में कांग्रेस के खिलाफ कुछ ऐसी बातें कही जो कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ थीं, जिसके बाद सोनिया गांधी के इस बैठक की बुनियाद तैयार हुई है।