- बुधवार को उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से दे दिया था इस्तीफा
- शिवसेना के 39 विधायकों ने किया है विद्रोह
- कांग्रेस का बयान इस्तीफे से पहले उद्धव ठाकरे को फ्लोर टेस्ट का सामना करना चाहिए था
उद्धव ठाकरे अब महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं। बुधवार को जब सुप्रीम कोर्ट ने रात करीब 9 बजे फैसला दिया कि फ्लोर टेस्ट पर रोक नहीं लगेगी तो यह साफ हो गया कि ठाकरे अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। फैसले के करीब 20 मिनट बाद वो राजभवन के लिए निकले और राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। लेकिन कांग्रेस को लगता है कि उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देने की बजाए विधानभवन में फ्लोर टेस्ट का सामना करना चाहिए। कांग्रेस नेता बाला साहब थोराट ने कहा कि उद्धव जी ने कैबिनेट बैठक के बाद विदाई भाषण दिया। वो एक संवेदनशील और साधारण प्रकृति वाले शख्स हैं। उनको कुछ चीजें पसंद नहीं आईं और उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
महाराष्ट्र ने सभ्य और समझदार सीएम खो दिया
शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार रात कहा कि महाराष्ट्र ने उद्धव ठाकरे के रूप में एक समझदार और सभ्य मुख्यमंत्री खो दिया है, जिन्होंने शालीनता से पद छोड़ दिया है।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि उनकी रुचि ‘संख्याबल के खेल’ में नहीं है और इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं।राउत ने ट्वीट किया, ‘‘मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) ने शालीनता से पद छोड़ दिया है। हमने एक समझदार और सभ्य मुख्यमंत्री खो दिया है।’’
राउत ने कहा कि वे शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की विरासत को आगे बढ़ाएंगे और जेल जाने को तैयार हैं।उन्होंने कहा, ‘‘धोखेबाजों का अंत कभी अच्छा नहीं होता और इतिहास इसे साबित कर सकता है। अब, यह शिवसेना की भारी जीत की शुरुआत है।हम लाठियों का सामना करेंगे, जेल जाएंगे लेकिन बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना को जिंदा रखेंगे।’’राउत ने यह भी कहा कि वह 2019 में मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के लिए बाल ठाकरे के बेटे उद्धव को राजी करने के लिए राकांपा प्रमुख शरद पवार के भी आभारी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पवार ने अपना मार्गदर्शन दिया। जब उनके (उद्धव ठाकरे) लोग (शिवसेना के बागी विधायक) उनकी पीठ में छुरा घोंप रहे थे, पवार मजबूती से उद्धव के पीछे खड़े रहे।’’
'कांग्रेस ने हमेशा साथ दिया'
राउत ने कहा कि कांग्रेस नेता हमेशा सरकार के साथ रहे। उन्होंने कहा, ‘‘सत्ता आती-जाती है और यहां कोई भी स्थायी रूप से सत्ता में रहने के लिए नहीं है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि न्याय अवश्य होगा। राउत ने कहा, ‘‘यह अग्निपरीक्षा का समय है। ये दिन जल्द ही बीत जाएंगे।’’इससे पहले उन्होंने कहा था कि ठाकरे जिम्मेदारी से भागने वाले नहीं हैं और वह अंत तक लड़ेंगे।उन्होंने कहा कि शिवसेना फिर से उठेगी और एक शिवसैनिक फिर से मुख्यमंत्री बनेगा। उन्होंने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे हमारे नेता हैं। उन्हें जिस तरह का समर्थन है..वह अंत तक लड़ेंगे।’’