- गृह मंत्रालय ने गांधी परिवार से वापस ली है एसपीजी की सुरक्षा
- गांधी परिवार में सोनिया, राहुल-प्रियंका गांधी को मिली है एसपीजी सुरक्षा
- खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट्स के आधार पर सरकार ने लिया फैसला
नई दिल्ली : गांधी परिवार से स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) की सुरक्षा वापस लेने के बाद शुक्रवार को कांग्रेस में खलबली मच गई। कांग्रेस के नेताओं ने सरकार के इस कदम को 'बदले की कार्रवाई' बताया। जबकि कांग्रेस कार्यकर्ता इसके खिलाफ सड़कों पर उतर गए। गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के आवास के समीप विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रदर्शनकारियों ने वहां लगे बैरिकोड को तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की लेकिन वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच रस्साकशी देखने को मिली। बता दें कि गांधी परिवार में एसपीजी सुरक्षा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मिली हुई है।
सरकार ने गांधी परिवार को अब जेड-प्लस (Z+) सुरक्षा देने का फैसला किया है। बताया गया है कि गृह मंत्रालय ने एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने का फैसला इंटेलिजेंस ब्यूरो एवं रॉ सहित अन्य खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट्स के आधार पर लिया है। सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से एसपीजी सुरक्षा हटाने के करीब एक महीने बाद यह कदम उठाया है। सूत्रों का कहना है कि विगत सालों में गांधी परिवार को प्रत्यक्ष रूप से कोई खतरा नहीं रहा है।
गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा कि यह कदम 'साजिश' और आरएसएस के छिपे एजेंडे के तहत उठाया गया है। उन्होंने कहा, 'देश जातना है कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपना बलिदान दिया। गांधी परिवार को खतरे के बारे में सभी को पता है।' पटोले ने कहा कि कांग्रेस गांधी परिवार के साथ कोई भी अनहोनी नहीं होने देगी।
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व्यक्तिगत स्तर पर बदले की कार्रवाई पर उतर आई है। सरकार उस परिवार की सुरक्षा के साथ समझौता कर रही है जिसने अपने परिवार से दो पूर्व प्रधानमंत्रियों को आतंक एवं हिंसा में खो दिया।' एसपीजी देश का अत्यंत सशक्त एवं विशेष सुरक्षा बल है जो प्रधानमंत्री एवं उसके परिवार को सुरक्षा प्रदान करता है। एसपीजी कुछ समय तक पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी सुरक्षा प्रदान करता है। इस सुरक्षा की समय-समय पर समीक्षा की जाती है और खुफिया एवं सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट्स के आधार पर एसपीजी सुरक्षा घटाने या बढ़ाने के बारे में निर्णय लिया जाता है।