नई दिल्ली: कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है और साथ ही बढ़ रहा है लोगों में डर वातावरण, वहीं तमाम जरुरी सेवाओं पर इसका असर दिखने लगा है जिनका संबध आम और खास सभी लोगों से हैं। हम बात कर रहे हैं भारतीय रेलवे की जिसे काफी हद तक लाइफलाइन माना जाता है उसपर भी कोरोना की मार पड़ने लगी है।
रेलवे ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने और सीटें खाली रहने के कारण 85 ट्रेनें मंगलवार रद्द कर दीं। अधिकारियों ने मंगलवार जोनल रेलवे के कैटरिंग स्टाफ के संबंध में दिशा निर्देश भी जारी किए हैं, जिसमें कहा गया है कि बुखार, खांसी, नाक बहने या सांस लेने में कठिनाई होने वाले किसी भी कर्मचारी को भारतीय रेलवे में खान-पान का जिम्मा देखने के लिए तैनात नहीं किया जाना चाहिए।
अधिकारियों के मुताबिक, मध्य रेलवे ने 23 ट्रेनें, दक्षिण मध्य रेलवे ने 29 ट्रेनें कीं, पश्चिमी रेलवे ने 10 ट्रेनें, दक्षिण पूर्व रेलवे ने नौ ट्रेने रद्द की हैं। इसके अलावा पूर्वी तट और उत्तर रेलवे ने पांच-पांच ट्रेनों को रद्द कर दिया और उत्तर पश्चिम रेलवे ने चार ट्रेनों को रद्द किया।
रेलवे कई अहम ट्रेनों को लेकर फैसले ले रहा है जिसका असर लोगों पर पड़ेगा, कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने में मदद करने के एक महत्वपूर्ण निर्णय के तौर पर मध्य रेलवे ने मंगलवार को मुंबई-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस सहित 23 लंबी दूरी की ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की। इसमें ज्यादातर ट्रेनें पुणे सेक्टर की हैं।
मुंबई को नई दिल्ली से जोड़ने वाली दोनों दिशाओं की छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी)- निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस 20, 23, 27 और 30 मार्च को और वापसी दिशा में 21, 24, 26 और 31 मार्च को रद्द रहेगी।
लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी)- निजामाबाद एक्सप्रेस दोनों तरफ की 21 मार्च से 29 मार्च तक रद्द रहेगी। कोलकाता को मुंबई से जोड़ने वाली हावड़ा-मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस 24 मार्च से 1 अप्रैल के बीच दोनों तरफ से रद्द रहेगी।
एलटीटी-मनमाड एक्सप्रेस को 18 से 31 मार्च, मुंबई-पुणे प्रगति एक्सप्रेस को दोनों तरफ से 18 मार्च से 1 अप्रैल तक के लिए रद्द कर दिया गया है और मुंबई-पुणे डेक्कन एक्सप्रेस को 18 से 31 मार्च तक के लिए दोनों तरफ से रद्द कर दिया गया है। एलटीटी-अजनी एक्सप्रेस 20 मार्च से 30 मार्च तक दोनों तरफ से नहीं चलेगी। इसी तरह मुंबई-नागपुर नंदीग्राम एक्सप्रेस 22 मार्च से एक अप्रैल तक दोनों तरफ से रद्द है।
इसी तरह से नागपुर-पुणे एक्सप्रेस 25 मार्च को, पुणे-नागपुर एक्सप्रेस 26 मार्च और 2 अप्रैल को, और वापसी यात्रा 20 मार्च और 27 मार्च को रद्द कर दी गई है और पुणे-अजनी एक्सप्रेस 21 और 28 मार्च को रद्द कर दी गई और इसकी वापसी यात्रा 22 और 29 मार्च को रद्द की गई है। भुसावल-नागपुर एक्सप्रेस को 18 से 30 मार्च तक और कलबुर्गी-सिकंदराबाद एक्सप्रेस 18 से 31 मार्च तक दोनों तरफ से रद्द किया गया है।
एयर इंडिया ने यूरोप और ब्रिटेन के लिये सेवाएं अस्थाई रुप से बंद कीं
एयर इंडिया ने मंगलवार को यूरोप और ब्रिटेन के लिये अपनी पूरी सेवाएं 19 मार्च से 31 मार्च तक अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की। एयर इंडिया ने ट्वीट किया कि ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के लिये विमान सेवाएं निलंबित करने का निर्णय कोरोना वायरस के कारण लगायी गयी यात्रा एवं वीजा पाबंदियों के मद्देनजर लिया गया है।
एयर इंडिया ब्रिटेन में लंदन और बर्मिंघम तथा यूरोप में फ्रैंकफर्ट, मिलान, रोम, मैड्रिड, वियना, स्टॉकहोम और कोपनहेगन के लिए उड़ान सेवाएं संचालित करती है। मिलान, रोम और मैड्रिड के लिए सेवाएं पहले ही निलंबित कर दी गयी थीं।
घरेलू एयर ट्रैफिक में 15-20% कमी की आशंका
कोरोना वायरस के प्रसार को देखते हुए लोग हवाई यात्रा से किनारा करने लगे हैं, जिसके कारण घरेलू एयर ट्रैफिक में 15-20 प्रतिशत की गिरावट आई है। कोरोना के कारण हवाई अड्डे के व्यवसाय को करीब 300 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। साल 2018 में 700 करोड़ रुपये का व्यवसाय हुआ था, वहीं इस बार 24 परसेंट की नकारात्मक वृद्धि दर रही है। इससे व्यवसाय को भारी नुकसान हुआ है। कोरोना के कारण भारत समेत एशियाई देशों को लगातार नुकसान हो रहा है।
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी को लिखे गए पत्र में एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआइ) के डायरेक्टर स्टेफानो बैरोनसी ने कहा कि 113 हवाई अड्डों के परिचालकों के प्रतिनिधित्व में एशिया के 49 देशों के हवाई अड्डों के प्रबंधन में सुधार करना है।
बैरोनसी ने अपने पत्र में लिखा कि कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रकोप को कम करने और कारोबार में सुधार के लिए हवाई अड्डों के संचालन में स्थिरता होनी चाहिए। एसीआई का अनुमान है कि एशियाई देश इस वायरस के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।