- पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में कई प्रकार की पाबंदियां लगाई गई हैं
- राज्य में नागपुर और अकोला में पहले ही लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है
- दिल्ली के साथ ही पूरे देश में कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या ने सरकार को चिंता में डाल दिया है
देश में कोरोना के केसों की तादाद फरवरी तक ठीकठाक गति से कम हो रही थी और माना जा रहा था कि कोरोना खात्मे की ओर है बस यही भांपने में लगता है चूक हो गई और लोगों ने ढिलाई बरतना शुरू कर दिया मार्केट मे रौनकें लौटने लगीं लोग बेपरवाह होते दिखे। सोशल डिस्टेंसिग और मॉस्क की अनदेखी होने लगा लगा कि सब कुछ पहले जैसा सामान्य हो गया है मगर ऐसा ना था देश के कुछ राज्यों जैसे महाराष्ट्र, दिल्ली और पंजाब सहित कुछ अन्य राज्यों से कोरोना संक्रमितों की रफ्तार जब बढ़ने लगी तो सरकारें फिर से अलर्ट हुईं और अब कदम उठाने की बात हो रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, शनिवार को भारत कोरोना वायरस मरीजों के मामले में 1.13 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया, इन मरीजों में सिर्फ सात राज्यों का 87.72% योगदान रहा है।
देश के सक्रिय मामलों की बात करें तो पिछले 24 घंटों में 24,882 नए मामलों के साथ सक्रिय मरीजों का आंकड़ा 2,00,000 के पार पहुंच गया है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कई विशेषज्ञों ने यह आशंका भी जताई है कि यह कोरोना की दूसरी लहर भी हो सकती है।
बात अगर महाराष्ट्र की करें तो यहां के हालात ज्यादा डरा रहे हैं स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अकेले महाराष्ट्र में भारत के कुल सक्रिय कोरोना मामलों का 63.57% हिस्सा मौजूद है।राज्य संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 22,82,191 हो गए, जबकि बीमारी के कारण 56 नई मौत होने के साथ मरने वालों की संख्या 52,723 तक पहुंच गई।
वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में कई प्रकार की पाबंदियां लगाई गई हैं। राज्य सरकार धीरे धीरे कई जगहों पर लॉकडाउन लागू कर रही है। राज्य में नागपुर और अकोला में पहले ही लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है और अब एक और जिले परभणी में लॉकडाउन लगाने की घोषणा कर दी गई है।
परभणी में शुक्रवार रात 12 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन लागू रहेगा।राज्य में पिछली बार पिछले साल दो अक्टूबर को 15,000 से अधिक मामले आए थे, जिसके बाद नए मामलों में गिरावट आई थी। लेकिन पिछले महीने मामलों में तेज उछाल आया। वहीं बात दिल्ली करें तो राज्य में कोरोना के नए मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है देश की राजधानी में लगातार दूसरे दिन 400 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं दिल्ली में अब तक कोरोना के कुल 6,42,870 मामले से ज्यादा सामने आ चुके हैं।
इस संख्या को मिलाकर दिल्ली में अब तक कोरोना के कारण 10,936 लोगों की जान गई है।दिल्ली के साथ ही पूरे देश में कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या ने सरकार को चिंता में डाल दिया है। केरल के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र के बाद केरल में कुल 1780 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं। इस दक्षिणी राज्य में कोविड-19 के कुल 1,087,443 दर्ज किए जा चुके हैं।
पंजाब में 1,408 मामलें दर्ज किए गए। इसके साथ ही इस राज्य में बढ़ते कोरोना मामलों के कारण कई जिलों में आंशिक रूप से लॉकडाउन भी लगाया गया है। जबकि 21 फरवरी को इस राज्य में 352 नए मामले सामने आए थे और 7 मार्च के बाद से मामलों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है और लगातार 1,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।