- एक गांव में लोगों को कोरोना की दो अलग अलग कंपनी की डोज लगाने का सनसनीखेज मामला
- सिद्धार्थनगर के एक गांव में कोविशील्ड की पहली डोज लगे लोगों को सेकेंड डोज कोवैक्सीन की लगा दी
- जिन ग्रामीणों ने टीका लिया था, वे यह जानकर डरे हुए हैं कि उन्होंने 'गलत' टीका ले लिया है
कोरोना से बचने के लिए देश में कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (Covaxin) के दो डोज लगाए जा रहे हैं वो भी एक जैसी, मगर सिद्धार्थनगर के एक गांव में कोविशील्ड की पहली डोज लगे लोगों को सेकेंड डोज कोवैक्सीन की लगा दी गई बताया जा रहा है कि यहां एक गांव के 20 लोगों को पहली डोज तो कोविड शील्ड की लगी लेकिन दूसरी डोज उन्हें को-वैक्सीन की लगा दी गई
स्वास्थ्य कर्मियों की इस घोर लापरवाही के चलते कोरोना वैक्सीन लगवा चुके लोगों में दहशत का माहौल है,सिद्धार्थ नगर के बधनी क्षेत्र के 20 ग्रामीणों को कोविशील्ड की पहली खुराक दी गई, स्वास्थ्य विभाग द्वारा चूक की एक भयावह घटना में कोवाक्सिन की दूसरी खुराक दी गई।
जिले के सीएमओ ने स्वीकार किया है कि कर्मचारियों द्वारा निर्णय की त्रुटि के कारण ऐसा हुआ। हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि वैक्सीन लेने वालों की निगरानी की जा रही है और अभी तक किसी पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ा है।
जिन ग्रामीणों ने टीका लिया था, वे यह जानकर डरे हुए हैं कि उन्होंने 'गलत' टीका ले लिया है। सीएमओ ने जांच के आदेश दिए थे। कहा कि जो भी गलती करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी सामने आए हैं घोर लापरवाही के ऐसे मामले
इसके पहले अप्रैल के पहले हफ्ते में ऐसा ही एक लापरवाही भरा मामला यूपी के शामली में सामने आया था, जब कुछ गांव वालों को करीना की वैक्सीन के बजाए एन्टी रेबीज इंजेक्शन लगा दिए गए थे वहीं कानपुर में एक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक एएनएम मोबाइल पर बात करने में इतनी मगन थी कि उसने एक ही महिला को दो बार वैक्सीन लगा दिया था।